चक्रवाती तूफान ‘वायु’ दिशा बदल कर गुजरात के कच्छ में पहुंच सकता है. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, ओमान की ओर गया साइक्लोन अगले 36 घंटे में वापस कच्छ की सीमा से टकराएगा. हालांकि अनुमान लगाया जा रहा है कि इसकी तीव्रता इस बार काफी कम होगी. तेज रफ़्तार हवाओं के साथ-साथ भारी बारिश होने का अनुमान है. चक्रवाती तूफान गुजरात के पोरबंदर और द्वारका में भी बड़ा असर डालेगा. अगले 48 घंटों के दौरान इसके पश्चिम की ओर बढ़ने का अनुमान है. इसके बाद यह फिर से उत्तर-पूर्व की ओर फिर से बढ़ सकता है. इसको लेकर गुजरात राज्य का प्रशासन अलर्ट पर है.
हालांकि, गुरुवार सुबह राहत की खबर ये आई कि वायु का असर पूरे राज्य पर नहीं बल्कि तटीय इलाकों पर ही देखने को मिल सकता है. किसी भी अनहोनी का सामना करने के लिए NDRF की 52, SDRF की 9, SRP की 14 कंपनियां तैनात हैं. केंद्र सरकार भी राज्य सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है.
24 घंटे बेहद अहम- गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने चक्रवाती तूफान वायु पर हुई बैठक में कहा था कि मौसम विभाग की जानाकारी के मुताबिक गुजरात पर खतरा बनकर आ रहा चक्रवात वायु अब ओमान की ओर मुड़ गया है. लेकिन इसे के बाद भी अगले 24 घंटे गुजरात के लिए अहम रहेंगे. इस दौरान स्थानीय प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें हाई अलर्ट मोड पर रहेंगी. प्रभावित 10 जिलों के सभी स्कूल, कॉलेज शुक्रवार को भी बंद रहेंगे.
नें हुई रद्द- चक्रवाती तूफान वायु के चलते 7 मेन-लाइन ट्रेनें रद्द कर दी हैं. इसके अलावा 5 ट्रेनें अल्पावधि के लिए आंशिक रूप से रद्द की गई हैं. चक्रवाती तूफान ‘वायु’ गुजरात के द्वारका की ओर बढ़ रहा है. तूफान ‘वायु’ का पोरबंदर और उसके आस-पास के इलाकों में असर देखने को मिल रहा है. वहीं इससे पहले भी तूफान के खतरे को देखते हुए कई ट्रेनों को रद्द किया गया था.
मानसून पर भी असर- इसके अलावा चक्रवाती तूफान ‘वायु’ के कारण गोवा में भी मानसून के आने में देरी हो रही है. मौसम विभाग के अधिकरी के मुताबिक चक्रवात गोवा को पार कर चुका है, और गुजरात के पोरबंदर की ओर है. दीव, सोमनाथ, जूनागढ़ और द्वारका के क्षेत्रों के प्रभावित होने की संभावना है. गोवा में इससे पहले 12 से 15 जून के बीच मॉनसून के दस्तक देने की उम्मीद थी लेकिन तूफान ‘वायु’ के कारण इसमें और देरी