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मोदी-ममता की आक्रामक रैली के बाद पश्चिम बंगाल में थमा चुनाव प्रचार

कोलकाता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम ममता बनर्जी की आक्रामक रैलियों के बाद बंगाल में लोकसभा चुनाव के सातवें और आखिरी चरण के लिए चुनाव प्रचार थम गया। प्रचार के आखिरी दिन पीएम मोदी ने जहां राज्य में दो रैलियों को संबोधित किया, वहीं ममता बनर्जी ने कई सभाएं और एक रोडशो के जरिए मतदाताओं को साधने की कोशिश की। बता दें कि चुनाव आयोग ने बुधवार को राज्य में एक दिन पहले ही चुनाव प्रचार खत्म करने का फैसला किया था।

चुनाव आयोग का फैसला
आयोग ने बुधवार को संविधान के अनुच्छेद 324 का पहली बार इस्तेमाल करते हुए ऐलान किया था कि राज्य में तय अवधि से एक दिन पहले ही चुनाव प्रचार खत्म कर दिया जाएगा। पहले यह शुक्रवार शाम 5 बजे खत्म होना था लेकिन आयोग के निर्देश के मुताबिक, गुरुवार रात 10 बजे के बाद से किसी भी ढंग से कोई भी राजनीतिक दल चुनाव प्रचार नहीं कर सकता। बता दें कि लोकसभा चुनाव के सातवें और आखिरी चरण के लिए पश्चिम बंगाल की 9 लोकसभा सीटों पर 19 मई को मतदान होना है।
विपक्ष ने की फैसले की निंदा
विपक्ष ने चुनाव आयोग के इस फैसले पर सवाल उठाए हैं। आम आदमी पार्ट के नेता अरविंद केजरीवाल ने आयोग की निंदा करते हुए पूछा है कि क्यों आयोग ने पश्चिम बंगाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैलियों के खत्म होने के बाद चुनाव प्रचार रोकने का आदेश दिया? एसपी प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि यह निष्पक्ष लोकतांत्रिक प्रक्रिया के खिलाफ है।

अमित शाह की रैली के दौरान शुरू हुआ विवाद
मंगलवार को राज्य में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की रैली के दौरान उपजे विवाद की वजह से चुनाव आयोग ने यह फैसला लिया है। गौरतलब है कि अमित शाह के रोडशो के दौरान जमकर हुए हंगामे में कई लोग घायल हुए थे। इसके अलावा राज्य में कई जगह आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं भी देखने को मिलीं। इस दौरान उपद्रवियों ने विद्यासागर कॉलेज में लगी ईश्वरचंद्र विद्यासागर की प्रतिमा भी तोड़ दी। चुनाव आयोग ने भी मूर्ति तोड़े जाने की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।

आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति जारी
वहीं, मामले को लेकर पश्चिम बंगाल की सत्तासीन टीएमसी पार्टी और बीजेपी के बीच बयानबाजी का दौर भी जारी है। बीजेपी ने जहां इसे आपातकालीन स्थिति बताते हुए ममता सरकार पर निशाना साधा है वहीं टीएमसी ने बीजेपी को हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराया है। मामले पर ऐक्शन लेते हुए चुनाव आयोग ने बुधवार को राज्य में चुनाव प्रचार एक दिन पहले ही खत्म करने का फैसला लिया।

चुनाव आयोग ने लिया ऐक्शन
आयोग ने अपने आदेश में कहा, ‘पश्चिम बंगाल में कुछ दिनों पहले हुई घटनाएं, खास तौर पर पिछले 24 घंटों में जो भी हुआ, राजनीतिक पार्टियों की तरफ से मिली शिकायत, पश्चिम बंगाल चुनाव आयोग के डीईसी की रिपोर्ट और स्पेशल ऑब्जर्वर अजय नायक (रिटायर्ड आईएएस) और विवेक दूबे की जॉइंट रिपोर्ट के आधार पर स्वतंत्र, मुक्त, पारदर्शी, हिंसा रहित और आदर्श चुनाव कराने के लिए कोई भी व्यक्ति या समूह पब्लिक मीटिंग नहीं कर सकता, इसके अलावा किसी भी अन्य ढंग से गुरुवार रात 10 बजे के बाद चुनाव प्रचार नहीं किया जा सकता है।

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