लखनऊ:
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस मार्कण्डेय काटजू ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसा है. उन्होंने ट्वीट किया है कि यूपी सरकार को 18 और जिलों के नाम बदल देने चाहिए. दरअसल यूपी सरकार ने इलाहाबाद का नाम बदल कर प्रयागराज कर दिया है. इसी को लेकर काटजू ने ये ट्वीट किया है.
उन्होंने लिखा है,”प्रिय योगी आदित्यनाथ, इलाहाबाद का नाम प्रयाग करने के लिए बधाई. लेकिन यकीनन ये काफी नहीं है. मैं चाहता हूं कि यूपी के इन शहरों का नाम भी बदल दिया जाए और बाबर की औलादों के नाम मिटा दिए जाएं.”
उन्होंने लिखा,”अलीगढ़ को अश्वत्थामा नगर, आगरा को अगसत्य नगर, गाज़ीपुर को गणेशपुर, शाहजहांपुर को सुग्रीवपुर, मुजफ्फरनगर को मुरलीमनोहर नगर, आजमगढ़ को अलकनंदापुर, हमीरपुर को हस्तिनापुर, लखनऊ को लक्षमणपुर, बुलंदशहर को बजरंगबलीपुर, फैजाबाद को नरेंद्रमोदीपुर, फतेहपुर को अमितशाह नगर, गाजियाबाद को गजेंद्रनगर, फिरोजाबाद को द्रोणाचार्यनगर, फर्रुखाबाद को अंगदपुर, गाजियाबाद को घटोत्कच्छनगर, सुल्तानपुर को सरस्वतीनगर, मुरादाबाद को मन की बात नगर, मीरजापुर को मीराबाई नगर कर दें.”
आपको बता दें कि यूपी सरकार ने इलाहाबाद का नाम बदल कर प्रयागराज कर दिया है. कुम्भ मेले से पहले ही सरकार इलाहाबाद का नाम बदलना चाह रही थी. हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि संत लगातार इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयाग करने की मांग उठा रहे थे.
कुंभ मार्गदर्शक मंडल की बैठक में भी यह मुद्दा प्रमुखता से उठा था. बैठक की अध्यक्षता कर रहे राज्यपाल रामनाईक ने भी इस पर सहमति जताई. उन्होंने कहा कि जहां दो नदियों का मिलन होता है, उसे प्रयाग कहा जाता है. उत्तराखंड में देवप्रयाग, कर्णप्रयाग और विष्णुप्रयाग हैं.
इलाहाबाद में भी देवभूमि से निकलने वाली दो पवित्र नदियां मिलती हैं इसलिए इसे प्रयागराज कहा जाता है. उन्होंने कहा था कि सरकार जल्द ही औपचारिकताएं पूरी कर इलाहाबाद का नाम प्रयागराज कर देगी.
बीजेपी ने जहां सरकार के इस कदम का स्वागत किया है वहीं कांग्रेस और समाजवादी पार्टी इसके विरोध में हैं. यूपी सरकार में मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने भी कहा कि नाम बदलने से हालात नहीं बदलने वाले हैं.