आम सभा, मुंबई।
दक्षिण एशिया में प्रीमियर एक्सप्रेस एयर सेवाओं के साथ-साथ इंटीग्रेटेड ट्रांसपोर्टेशन एवं लॉजिस्टिक्स डिस्ट्रीब्यूशन सेवाएँ प्रदान करने वाली प्रमुख कंपनी, ब्लू डार्ट एक्सप्रेस लिमिटेड ने आज मुंबई में आयोजित अपनी बोर्ड की बैठक में 31 मार्च, 2023 को समाप्त तिमाही और वित्त-वर्ष के लिए अपने वित्तीय परिणाम घोषित किए।
31 मार्च, 2023 को समाप्त वर्ष के लिए परिचालन से प्राप्त राजस्व ₹5,172 करोड़ रहा, जिसमें पिछले साल की तुलना में 17.3% की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि 31 मार्च, 2023 को समाप्त वर्ष के लिए कंपनी ने कर अदायगी के बाद लाभ (PAT) ₹366 करोड़ दर्ज किया (पिछले साल यह ₹376 करोड़ था)। 31 मार्च, 2023 को समाप्त तिमाही के लिए परिचालन से प्राप्त राजस्व ₹1,217 करोड़ रहा, जबकि इसी तिमाही में कंपनी का कर अदायगी के बाद लाभ (PAT) ₹70.33 करोड़ दर्ज किया गया।
वित्तीय प्रदर्शन की खास बातें: वित्त-वर्ष 22-23 बनाम वित्त-वर्ष 21-22
एकल (स्टैंडअलोन) समेकित
वित्त-वर्ष 22-23 वित्त-वर्ष 21-22 वृद्धि वित्त-वर्ष 22-23 वित्त-वर्ष 21-22 वृद्धि
परिचालन से प्राप्त राजस्व (करोड़ रुपये में) 5,172.22 4,409.02 17.3% 5,172.22 4,410.49 17.3%
EBITDA (करोड़ रुपये में) 682.80 696.29 -1.9% 969.53 994.63 -2.5%
EBITDA मार्जिन 13.20% 15.79% 18.74% 22.55%
EBT (करोड़ रुपये में) 498.74 503.53 -1.0% 508.20 512.29 -0.8%
EAT (करोड़ रुपये में) 366.44 376.44 -2.7% 370.53 382.21 -3.1%
EPS (समग्र राशि ₹) 154.43 158.65 -2.7% 156.16 161.08 -3.1%,
31 मार्च, 2023 को समाप्त हुए वित्त-वर्ष के दौरान, कंपनी ने समेकित EBITDA ₹969.53 करोड़ तथा कर अदायगी के बाद लाभ ₹370.53 करोड़ दर्ज किया। 31 मार्च, 2023 को समाप्त तिमाही के लिए समेकित EBITDA ₹207.90 करोड़ तथा कर अदायगी के बाद लाभ ₹69.44 करोड़ दर्ज किया गया।
इस वित्त-वर्ष के दौरान कंपनी का कारोबार फिर से पटरी पर लौटा, जिसमें पिछली तिमाही के दौरान कारोबार में सामान्य बढ़ोतरी देखी गई थी। इस साल कोविड-19 की वजह से लगाई गई पाबंदियों को हटाया गया और ज्यादातर देशों ने अपनी अंतर्राष्ट्रीय सीमाएँ खोल दीं। जियो-पॉलीटिकल टकरावों की वजह से दुनिया के कुछ देशों को लगातार महंगाई का सामना करना पड़ा, लेकिन इसके बावजूद महामारी के बाद के दौर में पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था में सुधार जारी रहा। भारत की बात की जाए, तो देश की अर्थव्यवस्था में लॉजिस्टिक्स इंडस्ट्री के अहम योगदान के साथ-साथ टियर II और टियर III शहरों में लगातार बढ़ती जरूरतों को देखते हुए, भारत सरकार ने पीएम गति शक्ति योजना और राष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स नीति के डबल इंजन के साथ देश में लॉजिस्टिक इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित करने के अपने प्रयासों को तेज कर दिया है। वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान, ब्लू डार्ट ने भविष्य को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई अपनी योजनाओं को अमल में लाया, और कंपनी के मालिकाना हक वाले 55 से ज्यादा नए रिटेल स्टोर्स खोलकर भारत के बाकी हिस्सों में भी अपने नेटवर्क का विस्तार किया। इस तरह देश में व्यापार को सुगम बनाने वाले संस्थान के तौर पर कंपनी की क्षमता मजबूत हुई। ऑटोमेशन और टेक्नोलॉजी के साथ-साथ बेहतरीन सर्विस क्वालिटी ही कंपनी का मुख्य आधार है, और इस तरह ग्राहकों को लॉजिस्टिक्स से जुड़ी जरूरतों के लिए सभी समाधानों को एक ही जगह पर और बिना किसी परेशानी के उपलब्ध कराने में मदद मिलती है। इस वित्त वर्ष के दौरान हमने 11,54,000 मीट्रिक टन वजन के 32.82 करोड़ शिपमेंट ग्राहकों तक पहुँचाए।
ब्लू डार्ट के मैनेजिंग डायरेक्टर, बॅलफर मैनुअल कहते हैं, “हमने कंपनी के ऑपरेशंस और प्रोडक्टिविटी को बेहतर बनाने पर लगातार ध्यान देना जारी रखा है, और यह प्रगति भी इसी का नतीजा है। भविष्य के लिए असीमित संभावनाओं के साथ वित्त-वर्ष 23 समाप्त हुआ, क्योंकि इस दौरान हमने अपने ग्राहकों के लिए क्रिएटिव सॉल्यूशंस विकसित किए। साथ ही हमने अपनी सेवाओं को देश के कोने-कोने तक पहुँचाने के लिए अपने फ्लीट में दो बोइंग 737 एयरक्राफ्ट को भी शामिल किया। इस कंसोलिडेटेड मार्केट के साथ-साथ अपने मौजूदा भागीदारों के साथ मजबूत संबंधों से हमें काफी फायदा मिलेगा।”
उन्होंने आगे कहा, “हम वित्त-वर्ष 24 में कदम रख चुके हैं, और हमें लगता है कि अब व्यवसायों नेक्स्ट जेनरेशन टेक्नोलॉजी का फायदा उठाकर पूरी तरह मुस्तैद रहने की जरूरत है। मौजूदा दौर में बाजार की परिस्थितियां बड़ी तेजी से बदल रही हैं, और ऐसे हालात में हम अपने सभी ग्राहकों को कम्पिटिशन में दूसरों से आगे रहने में मदद करने के वादे पर कायम हैं, ताकि उन्हें दमदार और अधिक टिकाऊ लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशंस को अपनाने में सहायता मिल सके। बेहद समझदारी के साथ और बड़े अच्छे तरीके से कारोबार को संभालने की वजह से ही हम अचानक सामने आने वाले किसी भी तरह के हालात के लिए पूरी तरह तैयार रहते हैं।”
DPDHL ग्रुप का हिस्सा होने के नाते, ब्लू डार्ट कारोबार को लगातार बढ़ाने के साथ-साथ 2030 तक हमारे कार्बन इमिशन को 29 मिलियन टन से कम करने के मिशन में योगदान देने के लिए वादे पर कायम है। ब्लू डार्ट ने 2007 के बेसलाइन से अपने कार्बन इमिशन को 42% कम करने में सफलता पाई है और 2050 तक नेट-जीरो के लक्ष्य को हासिल करने की योजना बनाई है। DPDHL ग्रुप के साथ मिलकर ब्लू डार्ट देश-विदेश के बाजारों में भारत की पहली एंड-टू-एंड गोग्रीन कार्बन न्यूट्रल सर्विस (CNS) प्रदान करता है। समीक्षाधीन वित्त-वर्ष के दौरान, ब्लू डार्ट ने अपनी खास कार्बन न्यूट्रल सर्विस को बनाए रखा, जो ग्राहकों को उनके शिपमेंट के परिवहन के दौरान होने वाले कार्बन इमिशन को ऑफसेट करने के लिए पर्यावरण के अनुकूल शिपिंग विकल्प प्रदान करता है। DPDHL ग्रुप, साल 2030 तक ईंधन के उपयोग की वजह से सीधे तौर पर होने वाली इमिशन के साथ-साथ बिजली की खरीद की वजह से अप्रत्यक्ष रूप से होने वाली इमिशन को 42% तक कम करने के लिए इरादे पर अटल है। इसके अलावा, ईंधन, बिजली से संबंधित गतिविधियों, अपस्ट्रीम ट्रांसपोर्टेशन के साथ-साथ सेल्स एवं बिजनेस ट्रैवल से होने वाली इमिशन को 25% तक कम करने की योजना बनाई गई है।