मुंबई :
भाजपा की एक वरिष्ठ नेता ने सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि यदि उनकी बहन प्रियंका गांधी विपक्षी दल का तुरूप का इक्का हैं, तो क्या राहुल जोकर थे. भाजपा की महाराष्ट्र प्रभारी एवं राज्यसभा सदस्य सरोज पांडे ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के बयान का जिक्र किया, जिन्होंने प्रियंका गांधी को पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए पार्टी का महासचिव नियुक्त किए जाने को ‘‘ट्रंप कार्ड” के तौर पर उठाया गया कदम बताया था. पांडे ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेता, गुलाम नबी आजाद ने कहा था कि हम ट्रंप का इक्का चलते हैं…तब तो इसका मतलब यह है कि वे अब तक जोकर से खेल रहे थे. भाजपा नेता ने जालना में महाराष्ट्र भाजपा के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह कहा.
अरुण जेटली ने राहुल को बताया जोकर तो कांग्रेस ने किया पलटवार, कहा-बातूनी ब्लॉगर
उन्होंने कहा कि मैं ताश नहीं खेल सकती लेकिन आप ट्रंप कार्ड और जोकर में अंतर में समझ सकते हैं. उन्होंने अपनी टिप्पणी को स्पष्ट करते हुए कहा कि ऐसा नहीं है कि हम उन्हें (राहुल गांधी को) जोकर कह रहे हैं, बल्कि उनके अपने ही नेता ने उनके बारे में यह कहा है. उन्हें पप्पू कहने को लेकर हमारी आलोचना होती है. पांडे ने कहा कि यदि पार्टी (कांग्रेस) ने अपना ट्रंप कार्ड पहले खेला होता तो, इस जोकर ने देश का इतना वक्त बर्बाद नहीं किया होता. गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही बीजेपी नेता और बॉलीवेड अभिनेता परेश रावल ने भी कुछ ऐसी ही बात कही थी. उन्होंने प्रियंका गांधी की एंट्री पर एक ट्वीट किया था और कांग्रेस के इस फैसले का मजाक बनाया. उन्होंने लिखा था कि ‘वो कहते हैं कि अब हमने अपना ट्रंप कार्ड उतारा है, तो हमें ये पूछना है कि अब तक क्या जोकर से खेल रहे थे?’. बता दें कि बीजेपी की ओर से प्रियंका गांधी के संबंध में यह पहला बयान नहीं है. इससे पहले प्रियंका गांधी को लेकर बिहार में बीजेपी के मंत्री ने भी एक अजीब बयान दिया है.
लोकसभा चुनाव 2019 : उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी के सामने खड़ी हैं 10 बड़ी चुनौतियां
बिहार के मंत्री विनोद नारायण झा ने प्रियंका गांधी वाड्रा को कांग्रेस महासचिव बनाए जाने पर कहा था कि खूबसूरत चेहरों के दम पर वोट नहीं जीते जा सकते… इससे भी बढ़कर तथ्य यह है कि वह रॉबर्ट वाड्रा की पत्नी हैं, जिन पर भूमि घोटाले और भ्रष्टाचार के कई मामलों में शामिल होने का आरोप है. वह बेहद खूबसूरत हैं, लेकिन उसके अलावा उनकी कोई राजनैतिक उपलब्धि नहीं है..”
प्रियंका गांधी कांग्रेस की ‘ट्रंप कार्ड’, सही समय पर उनकी नियुक्ति हुई है : शिवसेना
बता दें कि प्रियंका गांधी को कांग्रेस ने ऐसे वक्त में राजनीति में उतारा है, जब यूपी में वह पूरी तरह से अकेली है. बसपा-सपा गठबंधन से कांग्रेस को अलग किये जाने के बाद राहुल गांधी ने प्रियंका गांधी को पूर्वी यूपी और ज्योतिरादित्य सिंधिया को पश्चिमी यूपी का जिम्मा दिया. कांग्रेस को इस बात की उम्मीद है कि प्रियंका की वजह से कांग्रेस की स्थिति सूबे में सुधरेगी और वह यूपी में मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने में कामयाब होगी.