अलीगढ़।
एएमयू के हादी हसन हॉल में गुरुवार की रात दो छात्र गुटों के बीच हुआ विवाद सुलझ गया है। छात्रों के परिजनों ने पुलिस व प्रॉक्टर की मौजूदगी में समझौता करा दिया। शिकायतकर्ता छात्र भानु चौधरी ने स्पष्ट किया है कि झगड़े के पीछे तिरंगा यात्रा का विवाद नहीं था। सिविल लाइंस थाने में इससे जुड़ी तहरीर को वापस ले लिया है।
कार्यक्रम का नाम रखने को लेकर हुआ था विवाद
फरीदाबाद की गांधी कॉलोनी निवासी भानु चौधरी पुत्र भरत सिंह एएमयू में एमबीबीएस का छात्र है। यहां वह हादी हसन हॉस्टल के कमरा नंबर 246 में रहता है। भानु ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में फ्रेशर पार्टी का आयोजन होना है। कार्यक्रम का नाम रखने को लेकर वाट्सएप ग्रुप पर उसका कुछ छात्रों से विवाद हो गया था। इसी विवाद के चलते 24 जनवरी की रात साढ़े बारह बजे हॉल ही छात्र कमरे में आ गए और मारपीट कर दी। मारपीट की सूचना अन्य छात्र भी मेरे पक्ष में आ गए। सभी की मौजूदगी में सिविल लाइंस थाने तहरीर दी गई थी। लेकिन उसे लिखा मैंने नहीं था। जल्दबाजी में मैंने साइन कर दिए थे। इस तहरीर में झगड़े के मूल में तिरंगा यात्रा का विवाद बताया गया था, जो सही नहीं है। हमारा समझौता हो गया है, तहरीर भी वापस ले ली है।
समझौता होने पर कोई कार्रवाई नहीं
सीओ सिविल लाइंस पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि छात्रों के परिजनों की मौजूदगी में समझौता हो गया है। किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई है। प्रॉक्टर प्रो. एम मोहसिन खान ने बताया कि छात्रों के बीच वाट्सएप ग्रप को लेकर विवाद हुआ था जिसमें समझौता हो गया है। कैंपस का माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है। बाहरी युवकों द्वारा मामले को अनावश्यक तूल दिया जा रहा है, जो ठीक नहीं है।
तिरंगा बाइक रैली को लेकर गर्म है माहौल
बरौली से भाजपा विधायक ठा. दलवीर सिंह के नाती एएमयू छात्र नेता अजय सिंह की अगुवाई में 22 जनवरी को कैंपस में बाइकों पर तिरंगा रैली निकाली गई थी। भारत माता की जय, वंदे मातरम जैसे नारे भी लगाए। प्रॉक्टर प्रो. एम मोहसिन खान अजय सिंह व छात्र नेता सोनवीर को बिना अनुमति के मार्च निकालने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इस मामले को लेकर एएमयू में माहौल गर्म है।
जिन्ना की तस्वीर को लेकर सांसद ने एएमयू कुलपति से मांगा था जवाब
अहम बात यह है कि एएमयू के छात्रसंघ यूनियन हॉल में पाक जनक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर को लेकर विवाद गहरा गया था। अलीगढ़ के सांसद सतीश गौतम ने भी कुलपति को पत्र लिखकर जवाब मांगा था, लेकिन कुलपति ने अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है। अहम बात यह है कि इस मुद्दे को लेकर एएमयू विवाद इतना गहरा गया था पुलिस को लाठी चार्ज तक करना पड़ा था। इसको लेकर छात्रों ने बॉबे सैयद गेट पर धरना तक दिया था।