नई दिल्ली। पिछले दिनों 6 अगस्त से लेकर 7 अगस्त तक 2 दिन की प्राइम डे सेल हुई थी। इस सेल में करीब 4000 छोटे सेलर्स की सेल 10 लाख रुपये से अधिक रही और 209 सेलर्स ऐसे रहे, जो करोड़पति बन गए। यानी इस बार की ऐमजॉन प्राइम डे सेल इन लोगों के लिए सौगात बनकर आई। इस सेल में जमकर खरीदारी होने की एक बड़ी वजह रही कोरोना वायरस महामारी, जिसके चलते लोग बाजार से सामान नहीं खरीद पा रहे हैं। ऐसे में लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ऑनलाइन सामान मंगाया, जिसकी वजह से ऐमजॉन की प्राइम डे सेल हिट रही। इन दो दिनों में 5900 से अधिक पिन कोड के 91,000 से भी अधिक एसएमबी, कलाकारों, बुनकरों और महिला उद्यमियों को फायदा हुआ।
इनमें से 62,000 से अधिक विक्रेता गैर-मेट्रो और टियर 2 व 3 शहरों से थे। 31,000 एसएमबी विक्रेताओं ने अपनी अभी तक की सबसे ज्यादा बिक्री दर्ज की। 4000 से अधिक विक्रेताओं ने 10 लाख रुपए या इससे अधिक की बिक्री की और 209 एसएमबी विक्रेता 48 घंटों के दौरान करोड़पति बन गए।
इन दो दिनों की प्राइम डे सेल में सामानों की इतनी बिक्री हुई कि इसने दिवाली के दौरान की डेली सेल (रोजाना होने वाली बिक्री) को भी पीछे छोड़ दिया। माना जा रहा है इस 48 घंटें में ऐमजॉन ने करीब 600 मिलियन डॉलर यानी लगभग 4500 करोड़ रुपये का सामान बेचा। पहले अनुमान लगाया गया था कि ये आंकडा 400-500 मिलियन डॉलर के बीच होगा, लेकिन कोरोना के चलते लोगों के शॉपिंग पैटर्न में ऑनलाइन खरीदारी काफी बढ़ी है, जिससे ऐमजॉन की सेल को तगड़ा बूस्ट मिला है।
अपने अनूठे हैंडमेड उत्पादों को ऐमजॉन कारीगर स्टोर के जरिये बेचने वाले कलाकार और बुनकरों ने अपनी औसत दैनिक बिक्री की तुलना में 6.7 गुना और सहेली प्रोग्राम की महिला उद्यमियों ने 2.6 गुना अधिक बिक्री की। इसी तरह लॉन्चपैड प्रोग्राम के तहत स्टार्टअप ब्रांड्स ने अपनी औसत दैनिक बिक्री की तुलना में 2.1 गुना अधिक वृद्धि दर्ज की। 100 से अधिक शहरों की हजारों लोकल शॉप्स ने प्राइम डे पर पहली बार अपनी शुरुआत की और उनकी बिक्री औसत दैनिक बिक्री से 2 गुना अधिक रही। 10 लाख से अधिक प्राइम मेंबर्स ने प्राइम डे तक 14 दिन की लीड-अप के दौरान छोटे उद्यमों से खरीदारी की और कारोबार को पटरी पर लाने के लिए उनकी मदद की।