सैन फ्रैंसिस्को
माइक्रोसॉफ्ट करीब 8 साल बाद ऐपल को पछाड़ते हुए शुक्रवार को कुछ वक्त के लिए अमेरिका की सबसे मूल्यवान कंपनी बन गई। शुक्रवार को अमेरिकी शेयर बाजार नेस्डेक में एक समय माइक्रोसॉफ्ट का बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) 753.3 अरब डॉलर था, जबकि ऐपल साल 2010 के बाद से पहली बार दूसरे नंबर पर पिछड़ गई। ऐपल का मार्केट कैप शुक्रवार को घटकर 746.8 अरब डॉलर पहुंच गया।
ऐपल ने बाद में अपनी स्थिति मजबूत करते हुए पहला पायदान फिर हासिल कर लिया। नेस्डेक की वेबसाइट के मुताबिक, शुक्रवार को कारोबार खत्म होने तक ऐपल का मार्केट कैप 817.58 अरब डॉलर पहुंच गया। माइक्रोसॉफ्ट ने भी बढ़त हासिल की लेकिन वह सबसे ज्यादा मार्केट कैप के लिहाज से दूसरे नंबर पर पहुंच गई। कारोबार बंद होने तक उसका मार्केट कैप 791.19 अरब डॉलर था।
ऐपल अगस्त में अमेरिका की पहली 1,000 अरब डॉलर वाली कंपनी बनी थी, लेकिन वह इसे बरकरार नहीं रख पाई। ऐपल के पिछड़ने का प्रमुख कारण आईफोन की उम्मीद से कम बिक्री होना है। ऐसी खबरें आ रही है कि कंपनी के आपूर्तिकर्ता अपने लागत और कार्यबल में कटौती कर रहे हैं। ऐमजॉन 736.6 अरब डॉलर के साथ तीसरे नंबर पर है और अल्फाबेट(गूगल की पैरंट कंपनी) 725.5 अरब डॉलर के साथ चौथे नंबर पर है।
अपने अज्युर क्लाउड, गेमिंग और सरफेस लैपटॉप पोर्टफोलियो के कारोबार में वृद्धि से माइक्रोसॉफ्ट ने वित्त वर्ष 2019 की पहली तिमाही में 29.1 अरब डॉलर का राजस्व और 8.8 अरब डॉलर का मुनाफा दर्ज किया था। कंपनी के राजस्व में 19 फीसदी और मुनाफे में 34 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। इस दौरान कंपनी का परिचालन मुनाफा 29 फीसदी बढ़कर 10 अरब डॉलर हो गया। कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सत्य नडेला ने कहा, ‘वित्त वर्ष 2019 की शानदार शुरुआत हुई है, जो हमारे नवाचार और ग्राहकों के भरोसे का परिणाम है।’