भोपाल। ऑल इंडिया बीएचईएल एम्प्लाइज यूनियन द्वारा कर्मचारियों के अधिकारों हेतु “अगस्त क्रांति” में शनिवार 26 अगस्त 2022 को कर्मचारियों के ज्वलंत मांगो के निराकरण हेतु 2013 कर्मचारियों के हस्ताक्षरित ज्ञापन बीएचईएल भोपाल के महाप्रबंधक मानव संसाधन अदिकन्द बेहरा एवं इकाई प्रमुख सुशील कुमार बवेजा को सौपा गया। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के जायज मांगो के संबंधी ज्ञापन अपनी भावनाओं के साथ कार्पोरेट कार्यालय को अवगत कराएंगे।
कर्मचारियों के अधिकारों के लिए शुरू की गई अगस्त क्रांति 8 अगस्त को काले बैच लगाकर हस्ताक्षर अभियान से शुरु हुई थी अभी तक 2013 कर्मचारियों ने प्रत्यक्ष रूप से अभियान का हिसा बने जो क्रांति की पूर्ण समर्थन का द्योतक है।
जारी अभियान के हिस्सा बन रहे समस्त कर्मचारी साथियो ने कर्मचारियों के अधिकारों के लिए लड़ने वाला एक मात्र यूनियन ऐबू की विभिन्न चरणों के अगस्त क्रांति को सम्पूर्ण क्रांति की संज्ञा दे रहे है। साथ ही सभी चरणों के आंदोलन की पूर्ण समर्थन का संकल्प ले रहे है। क्रांति के ज्वलंत मुद्दों में कोरोना की आड़ में बंद किए उत्पादन की जीवन रेखा रिवॉर्ड स्कीम (इंसेंटिव, इंसेलरी, टी3), दो वर्ष का एस आई पी एवं पी पी पी, अनुकम्पा नियुक्ति एवं वेलफ़ेयर के तहत आनेवाले समस्त प्रकार के सब्सिडी (जैसे कैंटीन, स्कूल, बस, कैंटीन, अस्पताल आदि) में एक बीएचईएल एक पॉलिसी इत्यादि मुद्दों को प्रमुख रूप से सामिल किया है।
अगस्त क्रांति के जारी अभियान में समस्त कर्मचारियों के हस्ताक्षरित ज्ञापन को दिल्ली कार्पोरेट कार्यालय जा कर डायरेक्टर एच. आर. एवं सी.एम. डी. महोदय को कर्मचारियों की भावनाओं से अवगत कराया जायेगा। साथ ही साथ जे.सी.एम. के सभी सेंट्रल लीडर को बैठक सीघ्र कराने हेतु भी ज्ञापन सौपा जाएगा। तथा अन्य सभी यूनियन को जगाकर कर्मचारियों की हक की लड़ाई में एकजुटता दिखाने की आग्रह किया। इन चरणों के आंदोलन के उपरांत भी प्रबंधन नही जागा और कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान नही होता है तो जायज मुद्दों के समाधान हेतु कारखाने में टूल डाउन एवं हड़ताल किया जाएगा।
यूनियन के महासचिव राम नारायण गिरी, केंद्रीय अध्यक्ष अख्तर खान, इकाई अध्यक्ष सतेन्द्र कुमार, उपाध्यक्ष धर्मेन्द्र दाहट, अल्ताफ अंसारी, सावन पासी, आशीष सोनी, विशाल वाणी, राजमल वैरागी, कार्यालय मंत्री बीरेंद्र सिंह, रमेश कुराडिया, रामनंदन सिंह, रमन जेना, धर्मेन्द्र कुमार, संजय साह, ऋषिकेश मीना, राम नारायण कुमावत, शमशुल हक, राम सुरेश, संजय सिंह, मनोहर अवास्या, नीरज गुप्ता, सी के शर्मा, अमित यादव, पवन मालवीय, प्रसन्ता पॉल, जय प्रकाश चौधरी, राहुल रंजन, चंद्र शेखर एवं कार्यकर्तागण मुख्य रूप से शामिल हुए।