मुरैना : जिले की एक जुझारू सामाजिक कार्यकर्ता ज्योति कदम जो कि वीडियो वॉलीटियर की सामुदायिक संवाददाता है कोरोना माहमारी के दौरान समाज मे कोरोना और वेक्सीन को लेकर काफी गलत अफवाह लोगों तक पहुंच रही है वीडियो वॉलीटियर की ज्योति कदम क्विंट की टीम के साथ गलत अफवाहों के चेक फैक्ट को लोगो के बीच सही जानकारी देने का प्रयास सोशल मीडिया ,व्हाट्सप ,यूट्यूब के माध्यम से जागरूक कर रही है।
कोरोना पॉजिटिव मरीज फिटकरी का पानी पीकर नहीं होता नेगेटिव, दावा गलत
ऐसी कोई रिसर्च नहीं हुई है जिससे साबित हो कि फिटकरी का पानी पीने से या इससे कुल्ला करने से कोरोना ठीक होता है
नुस्खे भी वायरल हो रहे हैं. कई लोग सोशल मीडिया पर फिटकरी के फायदे शेयर कर दावा कर रहे हैं कि फिटकरी से कोरोना से बचाव होगा और अगर कोरोना हो भी गया है तो इसका पानी पीने से ठीक हो जाएगा.
हालांकि, हमने पाया कि ये दावा भ्रामक है. अभी तक ऐसी कोई रिसर्च नहीं हुई है जिससे साबित हो कि फिटकरी का पानी पीने से या इससे कुल्ला करने से कोरोना ठीक हो जाता है.
दावा
सोशल मीडिया पर कई लोगों ने फिटकरी के फायदे गिनाते एक वीडियो को शेयर किया है. वीडियो के कैप्शन में लिखा है: ”एक वस्तु जो तुम्हारे परिवार को कोरोना से बचाव करेगी”.
वीडियो में कहा जा रहा है कि “खाने के बाद एक गिलास पानी में फिटकरी डालकर 7 से 8 बार हिलाएं और उस पानी से कुल्ला करें, इससे कोरोना से बचाव होगा और अगर आप कोरोना पॉजिटिव हैं तो भी इस पानी को पीने से ठीक हो जाएंगे.”
सोशल मीडिया पर इससे मिलते-जुलते कई दावे शेयर किए जा रहे हैं, जिनमें दावा किया जा रहा है कि फिटकरी का पानी पीने से कोरोना ठीक हो जाएगा.
पड़ताल में हमने क्या पाया
हमने इस दावे का सच जानने के लिए, डॉ. चंद्रकांत लहारिया, जन नीति और स्वास्थ्य तंत्र विशेषज्ञ, नई दिल्ली से बात की. उन्होंने क्विंट को बताया कि दुनिया के किसी भी हिस्से में अभी तक कोरोना का कोई प्रमाणित इलाज नहीं मिला है. वैज्ञानिक आधार फिटकरी में ऐसा कुछ नहीं होता जिससे कोरोना ठीक हो. इस बारे में कोई रिसर्च नहीं की गई है और न ही ये वैज्ञानिक तौर पर ये बात लॉजिकल लगती
घरेलू नुस्खों को तीन भागों में बांटा जा सकता है: डॉ. लहारिया ने बताया कि दुनिया के हर हिस्से में कुछ लोकल और घरेलू नुस्खे इस्तेमाल किए जाते हैं. उन पर कभी भी ढंग से रिसर्च नहीं की गई. ये नुस्खे काम भी करते हैं या नहीं, ये कहना मुश्किल है.
उन्होंने कहा कि ये सलाह है कि इस तरह के नुस्खों से बचें. ये कहा नहीं जा सकता कि फिटकरी से क्या नुकसान होगा, लेकिन अनावश्यक रूप से किसी चीज का इस्तेमाल शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है.
क्या कहता है आयुर्वेद?
इस बारे में और जानकारी के लिए हमने Ayurveda Growth at NirogStreet के को-फाउंडर और एवीपी डॉ. अनिरुद्ध मोहिते से बात की. उन्होंने बताया कि आयुर्वेद के मुताबिक फिटकरी का इस्तेमाल गरारा करने के लिए किया जाता है, लेकिन इससे कोविड ठीक नहीं होगा.
उन्होंने फिटकरी के और भी फायदे बताए जैसे कि फिटकरी से ब्लड लॉस रुकता है और ये एंटीबैक्टीरियल के तौर पर भी काम करती है. लेकिन फिटकरी एंटी वायरल के तौर पर भी काम करती है ऐसी कोई जानकारी नहीं है
कोरोना पॉजिटिव मरीज फिटकरी का पानी पीकर नहीं होता नेगेटिव, दावा गलत
ऐसी कोई रिसर्च नहीं हुई है जिससे साबित हो कि फिटकरी का पानी पीने से या इससे कुल्ला करने से कोरोना ठीक होता है
देश में कोरोना की दूसरी लहर की वजह से कोरोना मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. ऐसे में सोशल मीडिया पर इससे बचाव और इसे ठीक करने के कई नुस्खे भी वायरल हो रहे हैं. कई लोग सोशल मीडिया पर फिटकरी के फायदे शेयर कर दावा कर रहे हैं कि फिटकरी से कोरोना से बचाव होगा और अगर कोरोना हो भी गया है तो इसका पानी पीने से ठीक हो जाएगा.
हालांकि, हमने पाया कि ये दावा भ्रामक है. अभी तक ऐसी कोई रिसर्च नहीं हुई है जिससे साबित हो कि फिटकरी का पानी पीने से या इससे कुल्ला करने से कोरोना ठीक हो जाता है.