आम सभा, भोपाल। राग भोपाली की थीम पर गौहर महल से ज़री-ज़रदोज़ी और जूट से बनी वस्तुओं को अंतरराष्ट्रीय पहचान और बाजार दिलाने के लगातार प्रयास जारी हैं। शुक्रवार को कलेक्टर, डीआई जी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने गोहर महल पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया।
जिले को आत्म निर्भर बनाने और जरी-जरदोजी एवं जूट शिल्प के समग्र विकास के उद्देश्य से 27 से 31 दिसम्बर 2020 तक विशिष्ट प्रदर्शनी *” राग भोपाली”* का आयोजन गौहर महल भोपाल में किया जा रहा है। कार्यक्रम के सह आयोजनकर्ता संत रविदास मध्यप्रदेश हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम होंगे। कलेक्टर भोपाल श्री अविनाश लवानिया, हस्त शिल्प विकास निगम के जीएम श्री शर्मा ओर डीआईजी भोपाल श्री इरशाद वली सहित अन्य विभागों के अधिकारियों ने गौहर महल में जरी जरदोजी के “राग भोपाली” कार्यक्रम की तैयारियों के साथ जरी जरदोजी शिल्पकारों से मुलाकात की।
उल्लेखनीय है कि हस्त शिल्प को नई अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए राग- भोपाली के नाम से नए ब्रांड की शुरुआत करने का निर्णय लिया है। प्रधानमंत्री के लोकल के लिए वोकल की अवधारणा के अनुरूप मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी हर जिले को आत्मनिर्भर बनाने के लिए इस तरह की मजबूत पहल करने के निर्देश दिए हैं।
राग – भोपाली में दिल्ली और मुंबई से एक्सपोर्टर को भी बुलाया गया है। इस प्रदर्शनी में भोपाल में जूट, जरी और जरदोजी के बनाए सामान का प्रदर्शन भी होगा और बनते हुए भी दिखाया जायेगा।
श्री लवानिया ने बताया कि भारत सरकार के कपड़ा मंत्रालय ने भोपाल को जरी,जरदोजी, के लिए कलस्टर बनाने का निर्णय लिया है। लोकल फॉर वोकल के लिए भोपाल की इस पहचान को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने और नया बाजार उपलब्ध कराने की दृष्टि से यह महत्वपूर्ण कदम है।