नई दिल्ली:
कोरोनावायरस के प्रकोप के चलते देश लॉकडाउन की स्थिति में है, देश में कुल 19 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश में पूर्ण लॉकडाउन किया गया है. रेलवे का परिचालन भी रोक दिया गया है सिर्फ मालगाड़ियों का चलाए जाने की अनुमति दी गई है, इसी कड़ी में नागर विमानन मंत्रालय ने ऐलान किया है कि बुधवार से भारत में किसी भी घरेलू उड़ान सेवा का परिचालन नहीं होगा. सरकार लगातार लोगों से अपील कर रही है कि बहुत जरूरी हो तभी घरों से बाहर निकलें, हांलाकि बड़ी संख्या में लोग इसका पालन कर रहे हैं फिर भी कुछ लोग सड़कों पर नजर आ रहे हैं. ऐसे में सरकार अब नियमों को लेकर थोड़ी सख्त रुप लेने की तैयारी में है.
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केजरीवाल ने रविवार शाम को संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि किसी भी घरेलू या अंतरराष्ट्रीय उड़ान को 23 मार्च से 31 मार्च तक दिल्ली आने की इजाजत नहीं होगी. एक आदेश में दिल्ली सरकार ने बाद में यही बात कही थी. लेकिन आज दोपहर डीजीसीए द्वारा दिल्ली हवाईअड्डे से घरेलू उड़ानों का संचालन जारी रहने की बात कह देने से भ्रम की स्थिति बन गई थी. लेकिन नागर विमानन मंत्रालय के ऐलान के बाद अब सारी स्थिति साफ हो चुकी है.
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वहीं दूसरी तरफ कई और राज्यों ने फ्लाइट ऑपरेशंस को जारी रखने पर चिंता जताई थी. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी है कि हमने अन्तर्राज्जीयबस सेवाओं पर रोक लगा दी है. जबकि राज्य के अंदर चलने वाली बस सेवाओं को भी काफी घटा दिया है.रेलवे ने भी सभी ट्रेनें और मेट्रो सर्विस रद्द कर दी है. लेकिन हम इस बात से काफी चिंतित हैं की भारत सरकारने फ्लाइट ऑपरेशन्स को जारी रखा है जो शटडाउन के सिद्धांत का उल्लंघन और क्वारंटाइन प्रोटोकॉल के खिलाफ है”. अब तक देश में 415 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं जिनमे 7 पश्चिम बंगाल में रिकॉर्ड किये गए हैं. अब तक देश के 80 ज़िलों में लोखड़ौन का आदेश जारी किया जा चुका है.