नई दिल्ली। स्पीडटेस्ट कराने वाली कंपनी, ऊकला ने विविध बाजारों में लोकप्रिय स्मार्टफोंस की परफॉर्मेंस पर एक इनसाईट रिपोर्ट जारी की, जिसमें 5जी की उपलब्धता वाले देशों में 5जी फोंस का विश्लेषण शामिल है। इस रिपोर्ट में 2019 की तीसरी तिमाही के दौरान स्पीडटेस्ट इंटैलिजेंसटीएम के डिवाईस डेटा का उपयोग कर दुनिया में मॉडम निर्माताओं के बाजार अंश का मूल्यांकन किया गया।
ऊकला ने स्पीडटेस्ट डेटा का उपयोग कर तीन लोकप्रिय स्मार्टफोन – एप्पल आईफोन एक्सएस, हुआवेई मेट 20 प्रो एवं सैमसंग गैलेक्सी एस10 की परफॉर्मेंस का विश्लेषण दुनिया के विशेष बाजारों में किया। विश्लेषण किया गया परफॉर्मेंस डेटा ऑस्ट्रेलिया, ब्राज़ील, कैनेडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इटली, जापान, नाईजीरिया, रूस, दक्षिण अफ्रीका, साउथ कोरिया, यूनाईटेड किंगडम और यूनाईटेड स्टेट्स से आया।
रिपोर्ट के परिणामों के अनुसार सैमसंग गैलेक्सी एस10 चुनिंदा बाजारों में सबसे तेज स्मार्टफोन है, जिसकी माध्य डाउनलोड स्पीड भारत में 18.06 एमबीपीएस से लेकर कैनेडा में 95.91 एमबीपीएस तक है। हालांकि फ्रांस और यूके में इन तीन डिवाईसेस में से हुआवेई मेट 20 प्रो ने सबसे तेज माध्य डाउनलोड स्पीड दर्ज की तथा सूची में अन्य बाजारों में यह दूसरे स्थान पर रहा।
ग्लोबल मॉडम मार्केट शेयर
स्पीडटेस्ट डेटा के अनुसार, क्वालकोम दुनिया में सबसे आम मॉडम निर्माता था, जो 133 देशों में सबसे आगे था। हाँगकाँग में यह मॉडम निर्माता विश्लेषण में शामिल 73.6 प्रतिशत डिवाईसेस में मौजूद था। क्वालकोम की सबसे कम बढ़त बोत्सवाना में रही, जहां यह विश्लेषण की गई 25.6 प्रतिशत डिवाईसेस में पाया गया। क्वालकोम के बाद इंटेल का स्थान आया, जो 32 देशों में मौजूद था। इंटेल मॉडम की सबसे ज्यादा 55.6 प्रतिशत डिवाईसेस ग्रीनलैंड में थीं। इंटेल की सबसे कम बढ़त दक्षिण अफ्रीका में थी, जहां 28.6 प्रतिशत डिवाईसेस में यह मौजूद था।
5जी बाजारों में डिवाईस की परफॉर्मेंस
5जी की उपलब्धता वाले देशों (ऑस्ट्रेलिया, चीन, जर्मनी, इटली, दक्षिण कोरिया, यूनाईटेड किंगडम और यूनाईटेड स्टेट्स) में सैमसंग गैलेक्सी एस10 5जी और हुआवेई मेट 20एक्स 5जी की माध्य डाउनलोड स्पीड 200एमबीपीएस से ज्यादा रहीं।
रिपोर्ट में कहा गया कि फोन के नेटवर्क की परफॉर्मेंस अनेक तत्वों, जैसे भौगोलिक क्षेत्र, सेल के स्थान, जनसंख्या के घनत्व, लगाए गए वायरलेस स्पेक्ट्रम की संख्या तथा बाजार में मौजूद यूज़र ईक्विपमेंट की क्षमताओं पर निर्भर होती है।