नई दिल्ली
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति समीक्षा की बैठक से पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात की. आरबीआई गवर्नर ने कहा कि इकोनॉमी पर पॉजिटिव असर की उम्मीद है. कॉरपोरेट टैक्स घटाने से इकोनॉमी को बल मिलेगा. घरेलू कंपनियां अब ज्यादा निवेश कर सकती हैं.
बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 20 सितंबर को घरेलू कंपनियों के लिए मूल कॉरपोरेट कर की दर को 30 से घटाकर 22 फीसदी करने की घोषणा की. घरेलू कंपनियों पर प्रभावी दर 34.94 फीसदी से घटकर 25.17 फीसदी पर आ जाएगी. इसमें अधिभार और उपकर भी शामिल है.
रेपो रेट में मामूली कटौती की उम्मीद
सिंगापुर के डीबीएस बैंक का अनुमान है कि भारतीय रिजर्व बैंक अक्टूबर की मौद्रिक नीति समीक्षा में नीतिगत दरों में मामूली कटौती कर सकता है.
लगातार चार पर रेपो रेट कम कर चुका है RBI
बता दें कि RBI लगातार चार बार रेपो रेट को कम कर चुका है. चौथी बार में बैंक ने रेपो रेट में 0.35 फीसदी की कटौती की थी. आरबीआई के इस फैसले के साथ ही रेपो रेट 5.75 फीसदी से घटकर 5.40 फीसदी पर आ गई थी.
क्या है रेपो रेट?
रेपो रेट वह रेट होती है, जिस पर बैंक आरबीआई से लोन लेते हैं. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) रेपो रेट में कटौती करके बैंकों को यह संदेश देता है कि उन्हें आम लोगों और कंपनियों के लिए लोन को सस्ता करना चाहिए.