आम सभा, भोपाल। अटल इन्क्यूबेशन सेंटर-रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय (नीति आयोग द्वारा समर्थित) की ओर से विश्वविद्यालय में सामाजिक उद्यमिता पर विशेष सेमिनार का आयोजन किया गया। ‘‘थिंकिंग सोशल’’ सेमिनार आई.आई.एम. कलकत्ता इनोवेशन पार्क की सहभागिता से आयोजित किया गया। सामाजिक उद्यमिता पर आधारित इस सेमिनार का अयोजन भोपाल में पहली बार हुआ। इस मौके पर श्री अर्जन देव, मैनेजर, आई.आई.एम. कलकत्ता इनोवेशन पार्क, श्री गौरव कपूर, हेड सोशल इन्टरप्राइज आई.आई.एम. कलकत्ता इनोवेशन पार्क, श्री प्रतीक शर्मा, संस्थापक वैषाल्या फूड एण्ड फर्म्स, श्री नरेन्द्र गोडसे, संस्थापक अनुभूति लर्निंग साल्यूशंस प्रा.लि., श्री सिद्धार्थ चतुर्वेदी, निदेशक आईसेक्ट, श्री सुधांशु अग्रवाल, संस्थापक, अमृतल्य फर्म्स, श्री रोनाल्ड फर्नांडिस, सी.ई.ओ. एआईसी-आरएनटीयू तथा सुश्री दिव्या शर्मा, कंसलटेंट सूक्ष्म एवं लघु उद्योग मंत्रालय मघ्य प्रदेश शासन (एमएसएमई) उपस्थित थीं।
सेमिनार में श्री अर्जन देव, मैनेजर आई.आई.एम. कलकत्ता इनोवेशन पार्क ने उद्यमिता को समझाते हुए समुदाय को उद्यमिता का केन्द्र बताया। उन्होंने आई.आई.एम. कलकत्ता में आयोजित होने वाले टाटा सोशल इन्टरप्राइज चैलेंज की जानकारी भी दी। गौरव कपूर, विभागाध्यक्ष सामाजिक उद्यमिता विभाग आई.आई.एम. कलकत्ता ने अपने मोटिवेशनल प्रेजेंटेशन में बताया कि आज देश में परिवर्तन के लिये सभी को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। जिम्मेदारी समझना, जोखिम उठाना, दूसरों के दुखों को महसूस करना, नवाचार सामाजिक उद्यमी की विशेषताएं होती हैं।
इन्ही आधारों पर सामाजिक उद्यमिता की दिशा तय होती है। आज शिक्षा में इस तरह परिवर्तन की आवश्कता है कि समाज में व्यापक परिवर्तन हो। उन्होंने सामाजिक समस्याओं को दूर करने वाले नवाचारों को उदाहरण सहित प्रस्तुत किया। श्री सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने अपने उद्बोधन में आईसेक्ट की सामाजिक उद्यमिता की विस्तार से चर्चा की और कहा कि आईसेक्ट पिछले 35 वर्षों से सामाजिक उद्यमिता के क्षेत्र में निरंतर कार्य कर रहा है। भारत के अर्द्ध शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में डिजीटल डिवाइड को पाटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
आईसेक्ट ने देश के ग्रामीण व जनजातीय क्षेत्रों में पांच विश्वविद्यालयों की स्थापना भी की है। इनके माध्यम से लगभग दस हजार से अधिक छात्रों को उच्च शिक्षा प्रदान की जा रही है। आईसेक्ट ने निश्चित ही देश में सामाजिक उद्यमिता का एक मॉडल स्थापित किया है। सेमिनार में प्रतीक शर्मा, श्री नरेन्द्र गोडसे, श्री सुधांशु अग्रवाल एवं सुश्री दिव्या शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किये। डॉ. संगीता जौहरी ने कार्यक्रम का संचालन किया। श्री रोनाल्ड फर्नांडिस ने अटल-इन्क्यूबेशन सेंटर के कार्यों की विस्तार से जानकारी दी।
यह उल्लेखनीय है कि थिंकिंग सोशल टाटा सोशल इन्टरप्राइज चैलेंज का एक भाग है जो कि आई.आई.एम. कलकत्ता इनोवेशन पार्क और टाटा समूह का संयुक्त आयोजन है। यह आई.आई.एम. कलकत्ता का वार्षिक आयोजन है जिसमें देशभर के सामाजिक उद्यमियों को पुरस्कृत किया जाता है। इस अवसर पर आई.आई.एम. कलकत्ता के प्रतिनिधि, स्वयं सेवी संगठन, सामाजिक उद्यमी, स्थानीय स्टार्टअप्स, शिक्षाविद् बड़ी संख्या में उपस्थित थे।