नई दिल्ली:
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद देश के उन चुनिंदा राष्ट्रपतियों की सूची में शामिल हो गए हैं जिन्होंने लोकतंत्र के सबसे बड़े महापर्व में वोट किया है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ उनकी पत्नी ने भी मतदान किया. राष्ट्रपति के लिए राष्ट्रपति भवन में ही विशेष पोलिंग केंद्र बनाया गया था. रामनाथ कोविंद से पहले राष्ट्रपति रहे प्रणव मुखर्जी ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया था.
बता दें कि साल 1998 के चुनाव में के आर नारायणन देश के पहले राष्ट्रपति बने जिन्होंने पद पर रहते हुए मतदान किया था. राष्ट्रपति नारायणन ने आम आदमी की तरह मतदान केंद्र के बाहर लाइन में लगकर वोट किया था.
राष्ट्रपति नारायणन के बाद डॉ एपीजे अब्दुल कलाम और प्रतिभा पाटिल ने पद पर रहते हुए मतदान किया था. प्रणव मुखर्जी 2012 में देश के राष्ट्रपति बनें और उन्होंने कहा कि देश के राष्ट्रपति के मतदान नहीं करने की जो परंपरा रही है वह उस परंपरा को फिर से शुरू करना चाहते हैं. इसके बाद उन्होंने मतदान नहीं किया था.
यहां ये जानना जरूरी है कि राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम और प्रतिभा पाटिल के लिए राष्ट्रपति भवन में ही विशेष पोलिंग केंद्र बनाया गया था.