आम सभा, भोपाल। प्लास्टिक और पॉलीथिन बैन की नोटिफिकेशन के बाद एक बड़ा वर्ग इसका स्वागत करने के साथ विकल्प पर काम करने लगा है। हालांकि अभी लोगों के मन में इसको लेकर बहुत से सवाल हैं। सबसे बड़ा सवाल इसका सहज, सुलभ और सस्ते विकल्प मुहैया कराने का है। इसके लिए कपड़े का थैला सबसे बेहतर विकल्प माना जाता है। कपड़े के थैले के प्रति जागरुकता और इसके इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में सीआईआई-यंग इंडियंस के सौजन्य से कैरी योर ओन बैग का आयोजन किया गया था।
सीआईआई-वायआई के भोपाल चेयर अपूर्व मालवीय ने बताया कि एक महीने से भी ज्यादा समय तक चले आयोजन में जगह जगह कैम्प लगाकर 3000 से ज्यादा कपड़े इकट्ठे किये गये, जिनसे 5000 थैले बनाये जायेंगे। कार्यक्रम का आयोजन गीत नागपाल और कुहू शर्मा के नेतृ्त्व में किया गया था। इस आयोजन के माध्यम से जितने कपड़े इकट्ठे हुए हैं, उन्हें भक्ति शर्मा के स्व सहायता समूह को दिया गया है।
नगर निगम भोपाल के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में पॉलिथीन को छोड़ने और कपड़े का थैला अपनाने का संदेश दिया गया। इस आयोजन में सीआईआई वाईआए के मेंबर पुनीत नागपाल ने बताया कि पॉलिथिन हमारे जीवन को सुविधाजनक बनाने की दृष्टि से उपयोगी है, लेकिन यह एक प्रदूषक और इंसानों व जानवरों में बीमारियाँ फैलाने वाले तत्व के रूप में मौजूद है और उससे छुटकारा पाने या फिर उसका कोई बेहतरीन विकल्प खोजने की जरूरत पैदा होती है। इसके विकल्प के रूप में कपड़े का थैला सबसे बेहतर और आसानी से उपलब्ध होना वाला है।
वहीं भोपाल नगर निगम कमिश्नर बी. विजय दत्त ने बताया कि सरकार और प्रशासन की ओर से पॉलिथिन से छुटकारा पाने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन आमजन की सहभागिता के बिना यह पूरा हो पाना असंभव है। इसलिए जरूरी है कि कैरी योर ओन बैग जैसे आयोजन समय समय पर होते रहें, ताकि लोग पॉलिथिन के दुष्प्रभावों को समझने के साथ इससे बचाव पर भी ध्यान दें।