० आशा वर्कर्स का न्यूनतम वेतन 18000 तथा आशा सहयोगिनी आशा फैसिलिटेटर को 24000 प्रतिमाह वेतन का भुगतान सुनिश्चित किया जाए
हरिद्वार। बैठक में आशाओं की मांगों पर की गई चर्चाआशाओं को वेतन दिए जाने की मांग उठाई गई आशा स्वास्थ्य कार्यकत्री संगठन से संबद्घ भारतीय मजदूर संघ की बैठक में देहरादून में 8 नवंबर को होने वाली रैली को लेकर चर्चा की गई। इसके साथ ही आशाओं को वेतन देने की मांग और कई मांगों पर चर्चा की गई। हरिद्वार की 15 सौ आशाएं देहरादून में होने वाली रैली में भाग लेंगी। बुधवार केा शिवालिक नगर में बैठक आयोजित की गई। आशा स्वास्थ्य कार्यकत्री संगठन की जिला महामंत्री सुनीता तिवारी ने संचालन किया। मुख्य अतिथि जिला महामंत्री सुमित सिंघल ने कहा कि आशा कार्यकर्ता प्राथमिक चिकित्सा प्रदान करने और आवश्यक सेवाओं के लिए परामर्श एवं व्यवस्था देने जैसी जटिल प्रकरण को संदर्भित करने तथा स्वास्थ्य सेवा केंद्र तक पहुंचाने में मदद करती है।
साथ ही लोगों को साफ सफाई एवं स्वच्छता का महत्व बताने, स्वच्छ पेयजल तथा शौचालय आदि बनाने में मदद करने आदि कार्य करती हैं। इन सभी कार्य की एवज में सरकार की ओर आशा कर्मियों को कोई मानधन या वेतन नहीं दिया जाता है। बल्कि उक्त कार्य के लिए संचालित योजनाओं के क्रियान्वयन के अनुसार अल्प प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया जाता है। उन्होंने कहा कि आशा वर्कर्स का न्यूनतम वेतन 18000 तथा आशा सहयोगिनी आशा फैसिलिटेटर को 24000 प्रतिमाह वेतन का भुगतान सुनिश्चित किया जाए। ईपीएफ एवं ईएसआई के दायरे में लाया जाए। पेंशन का भुगतान किया जाए।
जिला महामंत्री ने बताया कि सभी मांगों को लेकर आठ नवंबर को एक विशाल रैली का आयोजन देहरादून में होगा। जिसमें हरिद्वार से पंद्रह सौ आशाएं भाग लेंगी। बैठक में जिला कोषाध्यक्ष सारिका, सह मंत्री राजकुमारी, ब्लॉक मंत्री सविता, सह मंत्री मीनाक्षी, उर्मिला, सुनीता राणा, अनिता तरियाल, मालती देवी, सुनीता यादव, गीता पांडे, श्रवण कौर, रेखा जैन, मनोज देवी आदि शामिल रहे।