Tuesday , September 23 2025
ताज़ा खबर
होम / देश / वाराणसी में पीएम मोदी ने दोहराया 5 ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी का संकल्प, कहा- विकसित देश होने के लिए अब इंतजार नहीं

वाराणसी में पीएम मोदी ने दोहराया 5 ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी का संकल्प, कहा- विकसित देश होने के लिए अब इंतजार नहीं

वाराणसी 

पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार को काशी में बीजेपी के सदस्यता अभियान की शुरुआत करते हुए देश को 5 ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बनाने का संकल्प दोहराया। पीएम मोदी ने कहा कि अब देश विकसित होने के लिए ज्यादा इंतजार नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि अब सपनों और संभावनाओं पर बात होगी। इन सपनों में से एक है कि हम 5 ट्रिलियन डॉलर यानी 5 लाख करोड़ डॉलर की इकॉनमी बनेंगे। दूसरे शब्दों में कहें तो हम भारत की इकॉनमी को दोगुना करेंगे। मैं अर्थशास्त्री नहीं हूं, लेकिन सच्चाई यही है कि आज मैं जिस लक्ष्य की बात कर रहा हूं, वह आपको भी सोचने को मजबूर करेगा। नए लक्ष्य, नए सपनों को लेकर आगे बढ़ेंगे, यही मुक्ति का मार्ग है।

पीएम मोदी ने अंग्रेजी कहावत ‘साइज ऑफ द केक मैटर्स’ का जिक्र करते हुए कहा कि केक जितना बड़ा होगा, उतना ही लोगों के हिस्से आएगा। इसलिए हमने इकॉनमी के साइज को बढ़ाने का संकल्प लिया है। सीधी से बात है कि परिवार की आमदनी जितनी अधिक होगी, उसी अनुपात में सदस्यों की आय भी अधिक होगी। उन्होंने कहा, ‘आज जितने भी विकसित देश हैं, उनमें से ज्यादातर के इतिहास को देखें तो वहां भी एक समय में प्रति व्यक्ति आय बहुत अधिक नहीं होती थी। लेकिन, एक दौर ऐसा आया, जब कुछ ही समय में प्रति व्यक्ति आय ने जबरदस्त छलांग लगाई। यही वह समय था, जब वे देश विकासशील से विकसित की श्रेणी में आ गए। भारत अब लंबा इंतजार नहीं कर सकता। भारत दुनिया का सबसे युवा देश और यह लक्ष्य भी मुश्किल नहीं है।

‘मोदी की काशी में 18 फीट के लाल बहादुर शास्त्री 

सवाल उठाने वालों को बताया, पेशेवर निराशावादी
पीएम मोदी ने कहा, ‘कुछ लोग हैं, जो हम भारतीयों के सामर्थ्य पर शक कर रहे हैं। वे कह रहे हैं कि भारत के लिए यह लक्ष्य प्राप्त करना बहुत मुश्किल है।’ पीएम मोदी ने कहा कि वे कहते हैं कि इसकी क्या जरूरत है, यह क्यों किया जा रहा है। ऐसे लोग पेशेवर निराशावादी हैं और समाज से पूरी तरह कटे रहते हैं। आम लोगों के पास जाएंगे तो वह समस्या समझेंगे तो समझेगा। लेकिन पेशेवर निराशावादियों की मास्टरी समाधान को संकट में बदलने में है। कहा ये ऐसे लोग है कि कोई अस्पताल में किसी का मरीज का हाल पूछने जाएं तो उसे निगेटिव बातें बताएं। पॉजिटिव बातें तो मरीज में भी हौसला भऱ देती हैं।

कहा, गरीबी पर गर्व करना ठीक नहीं, सपने देखें
पीएम मोदी ने कहा कि जब हम किसी देश में प्रति व्यक्ति आय बढ़ती है तो खरीद की क्षमता बढ़ती है। बाजार में मांग बढ़ती है। इससे सामान का उत्पादन बढ़ता है, सेवा का विस्तार होता है और इसी क्रम में रोजगार के नए अवसर बनते हैं। उन्होंने कहा, ‘हम जब तक कम आय और कम खर्च के चक्र में फंसे रहते हैं, तब तक यह स्थिति पाना मुश्किल होता है। हमारे दिल दिमाग में कहीं न कहीं गरीबी एक गर्व का विषय बन गई है। गरीबी एक मानसिक अवस्था बन गई है। क्या हमें इसे दूर करने के लिए प्रयास करना चाहिए कि नहीं। हम जब सत्यनारायण कथा सुनते थे तो उसकी शुरुआत ही एक बेचारा गरीब ब्राह्मण से होती है।’
हर घर शौचालय, बिजली के बाद अब हर घर जल
पीएम मोदी ने कहा कि स्वच्छ भारत और हर घर शौचालय और बिजली के बाद अब हम हर घर तक जल की योजना पर काम करेंगे। पीएम मोदी ने कहा कि जल की उपलब्धता से ज्यादा जरूरी उसका संरक्षण करना है। इसके लिए सरकार पूरी तरह से जुट गई है और जल्दी ही इस पर अमल शुरू हो जाएगा।

पीएम मोदी ने कहा कि आशा-निराशा में उलझे लोगों तक मैं अपने भाव पहुंचाना चाहता हूं।

इसके साथ ही उन्होंने यह कविता भी सुनाई…

वो जो सामने मुश्किलों का अंबार है,
उसी से तो मेरे हौसलों की मीनार है।
चुनौतियों को देखकर घबराना कैसे,
इन्हीं में तो छिपी संभावना अपार है।
विकास के यज्ञ में परिश्रम की महक है,
यही तो मां भारती का अनुपम श्रृंगार है।
गरीब-अमीर बनें नए हिंद की भुजाएं,
बदलते भारत की यही तो पुकार है।
देश पहले भी चला, आगे भी बढ़ा,
अब न्यू इंडिया दौड़ने को बेताब है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Enable Google Transliteration.(To type in English, press Ctrl+g)