नई दिल्ली :
इंदौर में नगर निगम कर्मचारी की बल्ले से पिटाई करने वाले बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय को लेकर पीएम मोदी ने नाराजगी जताई. इसके बाद पार्टी ने उन्हें ‘कारण बताओ’ नोटिस जारी किया है. हालांकि बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने अपने बेटे आकाश विजयवर्गीय को नोटिस दिये जाने से अनभिज्ञता जताई है. कैलाश विजयवर्गीय से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘मुझे तो अभी जानकारी नहीं है. मैं दिल्ली से आ रहा हूं, पर मैंने समाचार पत्रों में पढ़ा है कि हां उसे कुछ दिया गया है.’ कैलाश विजयवर्गीय ने इस सवाल के जवाब में कि क्या आपने उन्हें (आकाश विजयवर्गीय) को फटकार लगाई है, पर विजयवर्गीय ने कहा, ‘पिता की हैसियत से जिस प्रकार मुझे समझाना था, डांटना था, समझा चुका हूं और इस पर सार्वजनिक रुप से टिप्पणी करने की कोई आवश्यकता नहीं है.’
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गौरतलब है कि बहुचर्चित बल्ला कांड की पृष्ठभूमि में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो जुलाई, मंगलवार को भाजपा के संसदीय दल की बैठक में पार्टी नेताओं को कड़े शब्दों में नसीहत दी थी. सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री ने इस बैठक में सख्त लहजे में कहा कि बेटा किसी का भी हो, पार्टी में मनमानी नहीं चलेगी. इस बैठक में कैलाश विजयवर्गीय भी मौजूद थे. संवाददाता ने जब पूछा कि प्रधानमंत्री मोदी के बयान के बाद कई दिनों से आकाश गायब हैं, किसी से मिल नहीं रहे हैं, क्या वह आत्ममंथन कर रहे हैं, तो उन्होंने कहा, ‘यह तो आप उनसे (आकाश) पूछियेगा. विधानसभा चालू होगी तो आयेंगे, तब पूछ लेना.’पीएम मोदी की नसीहत के बाद अटकलें शुरू हो गयी थीं कि भाजपा आकाश के खिलाफ जल्द ही कोई अनुशासनात्मक कदम उठा सकती है. उल्लेखनीय है कि इन्दौर के गंजी कम्पाउंड क्षेत्र के एक जर्जर मकान को ढहाने की मुहिम के विरोध के दौरान 26 जून को आकाश विजयवर्गीय (34) ने नगर निगम के एक भवन निरीक्षक को क्रिकेट के बैट से पीट दिया था.