लंबे इंतजार के बाद भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव-2019 के दिल्ली की चार सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. नॉर्थ ईस्ट दिल्ली से मनोज तिवारी बीजेपी की ओर से दावेदारी पेश करेंगे. वहीं, वेस्ट दिल्ली से प्रवेश वर्मा, साउथ दिल्ली से रमेश बिधूड़ी और चांदनी चौक से डॉक्टर हर्षवर्धन मैदान में होंगे. दिल्ली में कुल 7 लोकसभा सीटें हैं. बीजेपी ने बाकी बची तीन सीटों पर उम्मीदवारों की ऐलान नहीं किया है. रविवार शाम बीजेपी अपने जारी लिस्ट में इंदौर, अमृतसर और यूपी के घोषी सीट के उम्मीदवारों के भी नाम की घोषणा की.
इंदौर से बीजेपी ने शंकर ललवानी को टिकट दिया है, जबकि हरदीप पुरी अमृतसर से बीजेपी के चेहरा होंगे. यूपी के घोषी सीट से हरिनारायण राजभर भाजपा की और से चुनावी रण भेजे गए हैं. बता दें कि लोकसभा चुनाव-2019 में आम आदमी पार्टी सभी सातों सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषण कर चुकी है, जबकि कांग्रेस ने किसी भी सीट पर अपने प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया है.
गौरतलब है कि दिल्ली में लोकसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के बीच गठबंधन को लेकर सस्पेंस अब भी जारी है. शनिवार को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और सांसद संजय सिंह ने कहा था कि कांग्रेस गठबंधन के लिए तैयार नहीं हुई है. वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने कहा कि दिल्ली में लोकसभा की सात सीटों पर 4-3 फॉर्मूला पर आम आदमी पार्टी से बात चल रही थी.अगर आम आदमी पार्टी इस फॉर्मूला से तैयार है तो कांग्रेस भी तैयार है.
2014 में सभी सीटों पर बीजेपी का कब्जा था
पिछले लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सभी सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज की थी. चांदनी चौक से हर्षवर्धन, पूर्व दिल्ली से महेश गिरि, नई दिल्ली से मीनाक्षी लेखी, उत्तर पूर्वी दिल्ली से मनोज तिवारी, उत्तर पश्चिम दिल्ली से उदित राज, दक्षिण दिल्ली से रमेश बिधूड़ी और पश्चिम दिल्ली से प्रवेश वर्मा ने जीत दर्ज की थी. पिछली बार मोदी लहर थी, जिसके चलते बीजेपी ने आसानी से सभी सीटें जीत ली थी, लेकिन इस बार मुकाबला कड़ा होगा.इधर प्रत्याशी बनाए जाने के बाद बीजेपी दिल्ली के अध्यक्ष मनोज तिवारी और केंद्रीय हर्षवर्धन ने सोमवार को नामांकन दाखिल करने की बात कही. बता दें कि दिल्ली की सभी सातों सीटों पर छठे चरण में 12 मई को चुनाव होना है.
2014 में कांग्रेस के पास चली गई थी अमृतसर सीट
करीब दो दशक तक अमृतसर लोकसभा सीट बीजेपी का गढ़ रहा था, लेकिन 2014 के चुनाव में यह सीट कांग्रेस के खाते में चली गई. कांग्रेस के दिग्गज नेता अमरिंदर सिंह ने बीजेपी के बड़े नेता अरुण जेटली को 1 लाख से ज्यादा वोटों से हरा दिया. कैप्टन अमरिंदर सिंह को 48 फीसद वोट के साथ कुल 4,82,876 वोट मिले, जबकि जेटली को 37.74 फीसद वोट के साथ 3,80,106 वोट मिले थे. इस बार बीजेपी ने हरदीप पुरी को मैदान में उतारा है.
बीजेपी का गढ़ माना जाता है इंदौर
मध्य प्रदेश के इंदौर लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी ने शंकर ललवानी को उम्मीदवार बनाया है. यहां उनका मुकाबला कांग्रेस के पंकज सांघवी से होगा. पंकज के सामने भारतीय जनता पार्टी का 30 साल पुराना गढ़ भेदने की मुश्किल चुनौती है. इस सीट पर बीजेपी तीन दशक से मजबूत स्थिति में है. इंदौर लोकसभा सीट से सुमित्रा महाजन लगातार 8 बार चुनाव जीत चुकी हैं.