गाजियाबाद
इंदिरापुरम इलाके के ज्ञानखंड-4 में पत्नी और तीन बच्चों की हत्या के मामले की जांच में पुलिस ने सोमवार को घर से 6-7 धारदार हथियार बरामद किए हैं। ये हथियार सोफे के नीचे, स्कूल बैग और मुख्य दरवाजे के पीछे से बरामद किए गए। मौजूदा स्थितियों के आधार पर पुलिस अनुमान लगा रही है कि हत्याकांड का आरोपित सुमित करीब 15 दिन पहले से इसके लिए प्लैनिंग करते हुए हथियार इकट्ठे कर रहा था। पुलिस की तीन टीमें सुमित की तलाश में जुटी हैं। उसके फोन की लास्ट लोकेशन मध्यप्रदेश में मिली है। जांच में पता चला है कि आरोपित ट्रेन में सफर कर रहा है।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि सुमित ने पत्नी व बच्चों की हत्या के लिए दो हथियारों का प्रयोग किया है। बाथरूम से जो दो हथियार बरामद हुए हैं, उन्हें पानी से साफ किया गया है। फरेंसिक टीम सभी हथियारों को कब्जे में लेकर फिंगर प्रिंट आदि की जांच कर रही है। कयास हैं कि सुमित शायद सभी शवों के टुकड़े कर उन्हें कट्टे या सूटकेस में भरकर ठिकाने लगाने की फिराक में था। इसलिए उसने गंडासा (मांस काटने वाला बड़ा चाकू) खरीदा था।
एमपी में मिली सुमित की आखिरी लोकेशन
घटना के बाद से सुमित पत्नी का मोबाइल भी लेकर फरार है। उसकी लास्ट लोकेशन मध्यप्रदेश में आ रही है। माना जा रहा है कि वह किसी ट्रेन में है। जिस विडियो में उसने हत्या करने की बात स्वीकारी है, पुलिस सूत्रों के अनुसार वह भी ट्रेन के शौचालय में बनाया गया है।
7 अप्रैल के बाद हथियार जमा करना शुरू किया
आरोपित ने सभी हथियारों को 7 अप्रैल के बाद से घर में जमा करना शुरू किया था। सुमित और अंशुबाला के जुड़वा बच्चों की देखरेख के लिए नानी मीरा करीब 4 साल से साथ रह रही थीं। 7 अप्रैल को वह शादी समारोह में शामिल होने के लिए पटना गईं थीं। अनुमान है कि तभी से सुमित घर में हथियार लाकर छिपा रहा था।
रात के खाने में बनी थी सहजन की सब्जी
फरेंसिक टीम को रसोई घर में सहजन की सब्जी के टुकड़े मिले हैं। माना जा रहा है कि सब्जी में नशीली गोली या पदार्थ मिलाया गया था। पुलिस को रसोई में नींद की गोलियों के कई खाली पैकेट मिले हैं।
पीएम रिपोर्टः अंशु पर चाकू के 6 से ज्यादा वार
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में अंशु के गले के साथ शरीर के अन्य हि्स्यों पर चाकू के 6 निशान मिले हैं। वहीं, बच्चों की मौत गला रेतने से हुई है। हत्या शनिवार की रात 12 बजे के बाद की गई है। नशीले पदार्थ या नींद की गोली दिए जाने की पुष्टि नहीं हुई है।
रात 2 बजे तक ऑनलाइन था सुमित
जांच में पता चला है कि सुमित शनिवार रात 2 बजे तक वॉट्सऐप पर ऑनलाइन था। उसके ग्रुप से जुड़े लोगों की मदद से पुलिस को यह बात पता चली। हालांकि सुमित एफबी पर ऐक्टिव नहीं था। सूत्रों की मानें तो सुमित ने देर रात तक इंटरनेट की मदद से हत्या करने के तरीकों व हत्या के बाद शवों को ठिकाने लगाने के तरीकों पर सर्च किया होगा।