मी टू कैंपेन में केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर का भी नाम सामने आया है। विदेश राज्य मंत्री पर पहले तो दो महिला पत्रकारों ने यौन शोषण का आरोप लगाया था। लेकिन अब तीसरी महिला भी सामने आई है। प्रेरणा सिंह बिंद्रा नाम की महिला का कहना है कि उनके साथ हुई घटना 17 साल पुरानी है। अकबर उनसे अश्लील टिप्पणियां किया करते थे और उनका जीना मुश्किल कर दिया था। वह इतने सालों तक इसलिए चुप रहीं क्योंकि उनके पास सबूत नहीं थे।
एमजे अकबर के बचाव में भाजपा के लोकसभा सांसद उदित राज उतरे हैं। उन्होंने महिला पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह 10 साल बाद सामने क्यों आई है। उदितराज ने मी टू कैंपेन को गलत प्रथा की शुरुआत होना भी बताया। उन्होंने यह भी कहा कि इतनी देरी की है तो सत्याता की जांच कैसे होग।
बता दें हार्वे विन्सिटन ऑफ द वर्ल्ड नाम से लिखे पोस्ट में कहा गया है कि अकबर ने होटल के एक कमरे में उनका इंटरव्यू लिया था। साथ ही उन्होंने शराब भी ऑफर की। अकबर ने महिला पत्रकार को बिस्तर पर उनके पास बैठने को भी कहा था। महिला का कहना है कि वह अश्लील फोन कॉल्स, मैसेज और असहज टिप्पणी करने में माहिर हैं। महिला ने लिखा है कि कई युवा महिलाएं उनकी गलत हरकतों की भुक्तभोगी हैं। लेख के प्रकाशन के समय आरोपी का नाम नहीं दिया गया था। अब बताया गया कि वे एमजे अकबर हैं।
प्रिया रमानी नाम की महिला ने ट्वीट में इस आरोप को प्रमाणित करते हुए कहा है कि वह भी उनकी गलत हरकत की शिकार हुई। उसके साथ मुंबई के एक होटल में आपत्तिजनक हरकत की गई। वहीं शुमा राहा नाम की महिला ने ट्वीट में कहा, उसके साथ 1995 में ताज बंगाल होटल, कोलकाता में एमजे अकबर ने गलत हरकती की। उनकी गलत हरकत के विरोध में उसने नौकरी करने से इंकार कर दिया। इस ट्वीट के बाद कई अन्य महिला पत्रकारों ने भी आरोप का समर्थन किया।