यूपी में कई माफिया गैंगस्टर रहे हैं. लेकिन पूर्वांचल के सुभाष ठाकुर उर्फ बाबा को यूपी का सबसे बड़ा माफिया डॉन कहा जाता है. वह इस वक्त फतेहगढ़ सेंट्रल जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा है. उसके खिलाफ दर्जनों संगीन मामले चल रहे हैं. कई मामलों में उसे दोषी करार दिया जा चुका है. बताया जाता है कि आज भी जेल में सुभाष ठाकुर की दरबार लगता है. उसका कारोबार यूपी से लेकर मुम्बई तक फैला हुआ है. किसी भी चुनाव में सुभाष ठाकुर का काफी दखल रहता है. खासकर पूर्वांचल की कई सीटों पर सुभाष ठाकुर उर्फ बाबा का सीधा प्रभाव रहता है. बताया जाता है कि इस इलाके के कई नेता सुभाष ठाकुर से जीत का आर्शीवाद लेने आते हैं.
उसके रसूख का आलम ये है कि यूपी के बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी से लेकर अतीक अहमद तक कोई भी सुभाष ठाकुर से दुश्मनी मोल नहीं लेना चाहता है. कहा जाता है कि मुन्ना बजरंगी भी सुभाष ठाकुर की ‘छांव’ में था.
सुभाष ठाकुर अपराध जगत के सबसे बड़े चेहरे दाऊद इब्राहिम के गुरु बताए जाते हैं. दाऊद इब्राहिम इनके साथ रहकर ही एक कुख्यात गैंगस्टर बन गया और फिर मुंबई का सबसे बड़ा माफिया डॉन. लेकिन कुछ सालों बाद ही दोनों के बीच रिश्ते खत्म हो गए. कहते हैं कि जब मुम्बई में 1992 के ब्लास्ट हुए थे. तभी सुभाष ठाकुर और दाऊद इब्राहिम अलग हो गए थे. इसके बाद सुभाष ठाकुर ने दाऊद के दुश्मन बन चुके माफिया सरगना छोटा राजन के साथ हाथ मिला लिया था.
गैंग से अलग हो जाने के बाद से ही सुभाष ठाकुर को अपने शिष्य दाऊद इब्राहिम से जान का खतरा हो गया था. जब सुभाष ठाकुर पकड़ा गया तो उसने कानून से जान की हिफाजत के लिए गुहार लगाई. साल 2017 में भी उसने यूपी की बनारस कोर्ट में एक याचिका दायर कर बुलेट प्रूफ जैकेट और सुरक्षा की मांग की थी. यूपी के पूर्वांचल में सुभाष ठाकुर ने जुर्म की दुनिया से निकलकर सियासत में कदम रखने वाले बृजेश सिंह को सहारा दिया. सुभाष ठाकुर के साथ आने से बृजेश सिंह को बहुत फायदा हुआ. दोनों मिलकर काम करने लगे थे.