जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले हंदवाड़ा में आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में सीआरपीएफ के इंस्पेक्टर समेत चार जवान शहीद हो गए थे. इस मुठभेड़ में आतंकियों से लोहा लेते हुए यूपी के गाजियाबाद निवासी विनोद कुमार भी शहीद हो गए थे. उनकी शहादत की खबर जब गांव पहुंची तो परिजनों में कोहराम मच गया. परिजनों से मिली जानकारी के मुताबिक विनोद कुमार ने पतला कॉलेज से पढ़ाई की थी. इसलिए गांववालों ने कॉलेज के ही ग्राउंड पर अंतिम संस्कार करवाने का निर्णय लिया है. इसको लेकर प्रशासन की टेंशन बढ़ गई है, क्योंकि अजय के अंतिम संस्कार के दौरान यहां हंगामा हो गया था. फिलहाल शहीद का पार्थिव शरीर उनके गांव पहुंच चुका है.
2004 में हुए थे भर्ती
परिवार के अनुसार, विनोद कुमार ने पढ़ाई के दौरान ही फोर्स में जॉब करने की ठान ली थी. इंटर की पढ़ाई उन्होंने पतला इंटर कॉलेज से की. पढ़ाई के साथ ही वह एनसीसी कैडेट भी रहे थे. 2004 में वह सीआरपीएफ में भर्ती हो गए थे. पिछले डेढ़ वर्ष से वह कुपवाड़ा जम्मू-कश्मीर में तैनात थे. उनकी शादी 2007 में बुलंदशहर के शिकारपुर निवासी नीतू से हुई थी.
मां-बाप को हो चुका है देहांत
विनोद कुमार चार भाइयों में सबसे छोटे थे और 92 बटालियन सीआरपीएफ के जवान थे. विनोद के माता पिता का कुछ समय पहले देहांत हो चुका है. शहीद विनोद कुमार के दो बच्चे हैं. जिनमें एक लड़का और एक लड़की है.