लखनऊ:
बसपा सुप्रीमो मायावती ने लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में सोमवार सुबह यहां अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. लखनऊ सीट से इस बार बसपा ने प्रत्याशी नहीं उतारा है क्योंकि सपा-बसपा-रालोद महागठबंधन के तहत लखनऊ सीट सपा के खाते में गई है. सपा ने यहां से शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी पूनम सिन्हा को मैदान में उतारा है. इसलिए मायावती के वोट डालने के बाद सोशल मीडिया में इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि गठबंधन के चलते उन्होंने सपा प्रत्याशी के पक्ष में अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया होगा. इस सिलसिले में जब सपा प्रत्याशी पूनम सिन्हा से पूछा गया तो उन्होंने बसपा सुप्रीमो का आभार प्रकट करते हुए कहा कि मुझे बहुत खुशी है कि उन्होंने अपना आशीर्वाद मुझे दिया.
राजनाथ सिंह ने भी डाला वोट
लोकसभा के पांचवें चरण के मतदान के तहत लखनऊ में भी वोटिंग हो रही है. इस कड़ी में सुबह केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी वोट डाला. बीजेपी नेता लगातार दूसरी बार इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. उनके खिलाफ सपा-बसपा गठबंधन ने शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी पूनम सिन्हा को अपना प्रत्याशी बनाया है. राजनाथ सिंह से जब महागठबंधन और पूनम सिन्हा के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ”यहां पर बीजेपी के समक्ष महागठबंधन की कोई चुनौती नहीं है. मैं विपक्षी प्रत्याशी पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता क्योंकि मेरा मानना है कि चुनाव मुद्दों पर होना चाहिए न कि व्यक्तियों के आधार पर होना चाहिए.”
यूपी की 14 सीटों पर हो रहा मतदान
आज सुबह राजधानी लखनऊ में पहले मतदान करने वालों में गृह मंत्री राजनाथ सिंह, बसपा प्रमुख मायावती, उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, पुलिस महानिदेशक ओ पी सिंह, प्रमुख सचिव सूचना अवनीश अवस्थी शामिल हैं. वर्ष 2014 के पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 14 में से 12 सीटों पर जीत दर्ज की थी. जबकि अमेठी और रायबरेली सीटें कांग्रेस के खाते में गई थीं. पांचवें चरण में धौरहरा, सीतापुर, मोहनलालगंज (सुरक्षित), लखनऊ, बांदा, फतेहपुर, कौशाम्बी (सुरक्षित), बाराबंकी (सुरक्षित), फैजाबाद, बहराइच (सुरक्षित), कैसरगंज और गोण्डा सीटों पर मतदान हो रहा है.
अगर मैं प्रधानमंत्री बनी तो इस लोकसभा सीट से लडूंगी लोकसभा चुनाव: मायावती
पांचवें चरण के चुनाव में केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह (लखनऊ), कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (अमेठी), संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी (रायबरेली), केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (अमेठी), पूर्व केन्द्रीय मंत्री जितिन प्रसाद (धौरहरा) और पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल खत्री (फैजाबाद) जैसे छत्रपों की प्रतिष्ठा दांव पर है.
राजनाथ लखनऊ सीट से एक बार फिर संसद पहुंचने की कोशिश में हैं, वहीं उनकी मंत्रिमण्डलीय सहयोगी स्मृति ईरानी नेहरू—गांधी परिवार के दुर्ग यानी अमेठी को भेदने के लिये पूरा जोर लगा रही हैं. पूर्व केन्द्रीय मंत्री जितिन प्रसाद एक बार फिर धौरहरा सीट से मैदान में हैं. इसी सीट से कभी चम्बल के कुख्यात डकैत रहे मलखान सिंह को प्रगतिशील समाजवादी पार्टी ने अपना उम्मीदवार बनाया है.