मुंबई:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दावा किया कि इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 50 सीटें भी नहीं मिलेंगी. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ मुंबई में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने अपने दावे के समर्थन में एक सर्वे का जिक्र किया. उन्होंने कहा, ‘‘अपना वोट बर्बाद मत करिये. बेहतर होगा उस पार्टी के लिये वोट करें जो सत्ता में आ रही है और आप अपने वोट से उसे मजबूती दे सकते हैं.’’
मोदी ने कहा, ‘‘ अब एकमात्र सवाल यह है कि क्या बीजेपी 2014 के मुकाबले अपनी सीटों की संख्या और बेहतर करने जा रही है.’’ मोदी ने कहा, ‘‘ वे (विपक्ष) सोच रहे हैं कि पहली बार वोट देने वाले मतदाता और नयी पीढ़ी के लोग मोदी का क्यों समर्थन कर रहे हैं. इसलिए क्योंकि मोदी उनकी (नई पीढ़ी की) उम्मीदों को अभिव्यक्ति दे रहा है. ये लोग 2047 को देख रहे हैं, जब भारत अपनी आजादी के 100 साल मनाएगा लेकिन कुछ लोग हैं जो 20वीं शताब्दी में ही फंसे हुए हैं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘ भ्रम ही कांग्रेस का दूसरा नाम है.’’ मोदी ने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस के घोषणापत्र में मध्यमवर्ग का नाम भी नहीं है और उनके कुछ नेता इस वर्ग को स्वार्थी और लालची बता रहे हैं. पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उस पर पुलिस बलों की अनदेखी करने और सत्ता में रहने के दौरान उन्हें ‘पंचिंग बैग’ के तौर पर इस्तेमाल करने का आरोप लगाया.
मुंबई में हुए 26/11 आतंकी हमले में शहीद हुए पुलिस अधिकारी हेमंत करकरे को लेकर बीजेपी उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह की टिप्पणी को लेकर उठे विवाद की पृष्ठभूमि में मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मुंबई पुलिस अगर सतर्कता नहीं दिखाती तो शहर को आतंकी गतिविधियों की कहीं भारी कीमत चुकानी पड़ती.
पीएम मोदी ने कहा, ‘‘कांग्रेस का रवैया आतंकी हमलों के बाद मुख्यमंत्रियों और गृह मंत्रियों को बदलने की थी, हमनें इस संस्कृति को बदला है.’’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सुरक्षा बलों के लिये कुछ नहीं किया. उन्होंने अपनी सरकार के नई दिल्ली में पुलिस स्मारक बनाने के फैसले का भी जिक्र किया.
पीएम ने कहा, ”हमारे देश में लोगों की सेवा करते-करते 33 हजार पुलिस के जवानों ने अपनी शाहदत दी है. कांग्रेस ने कभी उनके मान सम्मान की परवाह नहीं की. जब हमारी सरकार आई तो हमने दिल्ली में शानदार पुलिस मेमोरियल बनाकर खड़ा कर दिया.”
उन्होंने कहा, ”पहले की कांग्रेस की सरकार ने लोकसभा के चुनाव के साथ IPL के मैच कराने से हाथ खड़े कर दिये थे. ये हमारे सुरक्षा बलों के सामर्थ्य पर कांग्रेस का अविश्वास था. आज की स्थिति ये है कि विभिन्न त्योहारों के बीच लोकसभा का चुनाव भी चल रहा है और IPL भी चल रहा है.”