DAINIK AAM SABHA,नई दिल्ली।
एक हफ्ते की देरी के बाद आखिरकार मानसून ने केरल में दस्तक दे दी है। शनिवार को केरल के तमाम इलाकों में अच्छी बारिश शुरू हो गई है और मौसम विभाग का कहना है कि 48 घंटे में मानसून की रफ्तार और तेज होगी। विभाग ने आने वाले दिनों में केरल के त्रिशूर, एर्नाकुलम, मलप्पुरम, कोझिकोड जिले में बहुत भारी से भारी बारिश की संभावना जताई है। कई तटीय जिलों में भारी बारिश होने की संभावना के कारण रेड अलर्ट भी जारी किया गया है। वही विभाग का कहना है कि जल्द ही मानसून देश के अन्य हिस्सों में पहुंचेगा। हालांकि उत्तरी और मध्य भारत में गर्मी और लू की मार कुछ और समय जारी रहेगी। इसके बाद मौसम में बदलाव देखने को मिल सकते है।
मौसम विभाग ने मानसून के शनिवार को केरल में पहुंचने का आधिकारिक ऐलान किया, जिसके साथ ही लगभग चार महीने तक होने वाले बारिश के मौसम का आगाज हो गया। केरल के कई हिस्सों में शनिवार को भी अच्छी बारिश हुई। केरल में 2014 में 5 जून को, 2015 में 6 जून को और 2016 में 8 जून को मानसून आया था। जबकि, 2018 में मानसून ने केरल में तीन दिन पहले 29 मई को ही दस्तक दे दी थी। हालांकि इससे पहले, विभाग ने मानसून के पांच-छह दिन देरी से पहुंचने का अनुमान जताते हुए 8 जून को केरल पहुंचने की बात कही थी।
वही मौसम विभाग ने नागालैंड, छत्तीसगढ़, मिजोरम, त्रिपुरा, असम, मेघालय और केरल में अगले 72 घंटे के दौरान भारी बारिश का अनुमान लगाया है। साथ ही, उत्तर भारत के कई इलाकों में चल रही गर्म हवाओं (लू) से भी अगले कुछ दिनों में राहत मिलने की उम्मीद जताई है। हालांकि इस मानसून से अभी मध्यभारत को राहत नहीं मिलेगी । मौसम विभाग के अनुसार उत्तर और मध्य भारत में अगले सप्ताह तक हीटवेव जारी रहने का अनुमान लगाया है। शनिवार से लेकर मंगलवार तक मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र के विदर्भ में गंभीर लू की स्थिति बनी रहेगी। इसके बाद मौसम में बदलाव देखने को मिल सकते है। मौसम विभाग के अनुसार मानसून केरल पहुँचने के बाद धीर-धीरे यह आगे बढ़ेगा और 14-15 तारीख तक महाराष्ट्र और फिर 20-22 जून तक मध्यप्रदेश पहुंचेगा। वहीं राजधानी दिल्ली तक यह जुलाई के पहले हफ्ते में पहुँचने की उम्मीद है।