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एलसैट-इंडिया 2020 की परीक्षा ऑनलाइन होगी

भारत और विश्व में लॉ स्कूलों में प्रवेष मे क्रांतिकारी कदम

पूरी तरह से ऑनलाइन होने वाली भारत की पहली एवं एकमात्र लॉ प्रवेष परीक्षा है

नई दिल्ली : अभूतपूर्व तकनीकी विकासक्रम के तहत अमरीका स्थित द लॉ स्कूल एडमिषनल कौंसिल (एलएसएसी) ने कोविड-19 महामारी के कारण 2020 एलसैट – इंडिया इंट्रेंस एक्जामिनेषन को पहली बार ऑनलाइन कराने का निर्णय लिया है। यह पहला मौका है जब यह परीक्षा ऑनलाइन होगी।

एलसैट-इंडिया की परीक्षा 2009 में अपनी षुरूआत के बाद से ही पेपर-पेंसिल आधारित परीक्षा थी लेकिन यह भारत की पहली और एकमात्र लॉ प्रवेष परीक्षा बन गई है जो एआई इनेबल्ड रिमोट-प्रोक्टर्ड पर आधारित होगी। पेपर-पेंसिल आधारित परीक्षा से ऑनलाइन परीक्षा आयोजित करने के इस कदम से उम्मीदवार अपने स्वास्थ्य और सुरक्षा की चिंता किए बिना अपने घर या अन्य सुविधाजनक स्थानों से परीक्षा देने में सक्षम होंगे।

देश के लॉ स्कूलों में प्रवेश पाने के इच्छुक उम्मीदवार ऑनलाइन टेस्ट डिलीवरी सिस्टम का उपयोग कर 14 जून 2020 से एलसैट -इंडिया दे सकेंगे। दुनिया में कंप्यूटर आधारित परीक्षाओं में अग्रणी कंपनियों में से एक, पियर्सन वीयूई ने इस परीक्षा को एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) सक्षम ऑनलाइन समाधान की मदद से आयोजित करने की सिफारिष की है, ताकि उम्मीदवार अपने आवश्यक कॉलेज प्रवेश परीक्षाओं को सुरक्षित तरीके से दे सकें और कोविड-19 लॉकडाउन के कारण लगाये गये प्रतिबंधों पर काबू पाया जा सके।

पियर्सन के वर्चुअल यूनिवर्सिटी एंटरप्राइजेज (वीयूई) के अस्तित्व के 25 से अधिक वर्षों में ऐसा पहली बार हुआ है कि एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-सक्षम रिमोट-प्रोक्टर्ड ऑनलाइन समाधान को इस प्रारूप में उपलब्ध कराया गया है। जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल के सभी कार्यक्रमों में प्रवेश पाने के इच्छुक छात्र प्रवेश प्रक्रिया को एक कुशल और समयबद्ध तरीके से पूरा करने के लिए इस परीक्षा को अपने घरों की सुरक्षा में या अन्य सुरक्षित सुविधाजनक स्थानों से अपनी सुविधानुसार देे सकते हैं।

जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल (जेजीएलएस) को क्यूएस वर्ल्ड स्कूल सब्जेट रैंकिंग 2020 में भारत के पहले नम्बर के लॉ स्कूल का दर्जा दिया गया है तथा 101-150 षीर्श वैष्विक लॉ स्कूलों में षामिल किया गया है। जेजीएलएस ने वर्श 2020 की कक्षाओं के लिए अपने दरवाजे खोल दिए हैं। जेजीएलएस लॉ और लीगल स्टडीज में चार प्रमुख डिग्री पाठ्यक्रम संचालित करता है। ये हैं लीगल स्टडीज प्रोग्राम में 5-वर्षीय बीए/बीबीएएलएलबी ऑनर्स, 3-वर्षीय एलएलबी, 1-वर्षीय एलएलएम, और 3-वर्षीय बीए (ऑनर्स) पाठ्यक्रम।

एलसैट-इंडिया (लॉ स्कूल एडमिशन टेस्ट-इंडिया) पिछले 11 वर्षों से जेजीएलएस के फ्लैगशिप 5-वर्षीय बीए/बीबीएएलएलबी ऑनर्स प्रोग्राम के लिए एकमात्र प्रवेश परीक्षा है और यह लीगल स्टडीज प्रोग्राम में एलएलबी, एलएलएम और बीएम (आनर्स) में प्रवेश के लिए मुख्य परीक्षा भी बनी हुई है।

ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (जेजीयू) के संस्थापक वाइस चांसलर एवं जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल के संस्थापक डीन प्रो. (डॉ.) सी. राज कुमार ने कहा, ‘‘ऐसे समय में जब वैश्विक महामारी के कारण सभी कानून प्रवेश परीक्षाओं के लिए उत्पन्न हुई अभूतपूर्व अनिश्चितता के कारण लॉ स्कूलों में प्रवेष को इच्छुक उम्मीदवारों के मन में भारी चिंता पैदा हो रही है वैसे में एलसैट – इंडिया ने इस परीक्षा को ऑनलाइन प्रारूप में शुरू करके आशा और आकांक्षा को जन्म दिया है। भारत में ‘इंस्टीट्यूशन ऑफ एमिनेंस’ के रूप में और दुनिया में एक अग्रणी लॉ स्कूल के रूप में, जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल का प्रयास है कि हम अपने मूल्यवान छात्रों को शैक्षिक अवसर प्रदान करें जिसमें विश्वस्तरीय, पारदर्शी, निष्पक्ष और वैज्ञानिक रूप से विकसित ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा भी षामिल है।’’

प्रोफेसर कुमार ने कहा, ‘‘एआई-असिस्टेड रिमोट-प्रॉक्टरिंग सोल्युषन में परीक्षा प्रक्रिया की निश्पक्षता की रक्षा करने के उद्देश्य से उम्मीदवार की परीक्षा की रिकॉर्डिंग भी की जाती है जिसकी बाद में समीक्षा की जा सकती है। एआई आधारित ऑनलाइन एलसैट-इंडिया सही दिशा में एक साहसिक कदम है, जो प्रवेश प्रक्रिया की पारदर्शिता, दक्षता और निश्पक्षता को सुनिश्चित करता है। यह तकनीकी रूप से उन्नत एक प्रवेश समाधान है, जो छात्रों को अपनी पसंद के विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया को पूरा करने के लिए एक सहज नई प्रणाली को अपनाने की अनुमति देता है। जेजीयू के विजन और मिशन के मूल में भारत में उच्च शिक्षा और दुनिया के अग्रणी विश्वविद्यालयों में उत्कृष्टता के लिए रोल मॉडल होने की हमारी आकांक्षा निहित है। हम एक वैश्विक परिप्रेक्ष्य को बढ़ावा देना चाहते हैं और अपने छात्रों को एक समृद्ध, बौद्धिक रूप से आकर्षक और खोज-आधारित षिक्षण माहौल प्रदान करना चाहते है।’’

एलएसएसी के अध्यक्ष एवं सीईओ केली टेस्टी ने एलसैट-इंडिया को ऑनलाइन आयोजित किए जाने के कदम के बारे में कहा, ‘‘दुनिया भर में महामारी कोविड-19 ने हमारे रहने और दुनिया भर में व्यापार करने के तौर – तरीकों पर गहरा प्रभाव डाला है। पुरन्तु हम जानते हैं कि यह महामारी दुनिया भर में हर जगह के लाखों छात्रों की षैक्षणिक गतिविधियों को भी काफी गहराई तक प्रभावित कर रही है। भारत में लॉ स्कूलों में आवेदन करने की भारतीय छात्रों की क्षमता एवं योग्यता की रक्षा करने के लिए इस साल छात्रों के लिए तकनीकी रूप से उन्नत प्रवेष परीक्षा की पेषकष करने के लिए हमने वीयूई के साथ साझेदारी की है। इस परीक्षा प्रणाली में ऐसी तकनीकी विशेषताएं हैं जो छात्रों की सुरक्षा के साथ कोई समझौता किए बगैर परीक्षा प्रणाली की पारदर्शिता, सुविधा और निश्पक्षता सुनिश्चित करती हैं।’’

ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के जिंदल ग्लोबल लॉ“स्कूल के लॉ प्रवेष प्रभाग के निदेषक प्रोफेसर आनंद प्रकाष मिश्रा ने कहा, ‘‘नया ऑनलाइन एलसैट-इंडिया भारत और दुनिया भर में लॉ स्कूलों में एक क्रांतिकारी कदम है! एआई सक्षम दूरस्थ-ऑनलाइन प्रणाली आधारित एलसैट परीक्षा यह सुनिश्चित करती है कि हमारे लॉ स्कूलों में प्रवेश प्रक्रिया सफलतापूर्वक समय सीमा के भीतर पूरी हो जाए और हमें इस वर्ष भी हमारे लॉ स्कूल प्रवेष लेने के लिए सर्वश्रेष्ठ छात्र प्राप्त हों।’’

प्रोफेसर मिश्रा ने कहा ने कहा, ‘‘हमारा हमेषा से यह विष्वास रहा है कि एलसैट को बेहतर और अधिक वैज्ञानिक वैश्विक कानून प्रवेश परीक्षा बनाया जाए क्योंकि यह छात्रों के केवल विश्लेषणात्मक और तर्कसंगत तर्क कौशल और छात्रों के पाठन संबंधी बोध कौशल का परीक्षण करती है और यह छात्रों से सामान्य ज्ञान, कानूनी ज्ञान या गणित तथा ऐसी अन्य चीजों के बारे में सवाल नहीं पूछती है जिन्हें परम्परागत तरीके से याद किया जा सकता है या कोचिंग द्वारा सीखा जा सकता है।”

जेजीयू के एडमिषन एंड आउटरिच प्रभाग के डीन प्रोफसर अर्ज्या मजुमदार ने कहा, ‘‘ऑनलाइन एलसैट-इंडिया परीक्षा कठोर है और इसे यह सुनिश्चित करने के लिए तकनीकी सुविधाओं के साथ बनाया गया है कि कोई सुरक्षा मानदंडों का उल्लंघन न हो। इस प्रणाली को नवीनतम एआई-आधारित प्लेटफार्मों पर बनाया गया है, जिनका विश्व स्तर पर परीक्षण किया गया है और ये उम्मीदवारों को प्रवेश के लिए एक कुशल और उन्नत तकनीकी समाधान की पेशकश करते हैं।

एलसैट-इंडियाटीएम एक मानकीकृत परीक्षा है जिसे पूरे भारत के कई लॉ कॉलेजों द्वारा प्रवेश मानदंड के रूप में अपनाया जाता है। यह उन कौशलों को मापता है जिन्हें कानून विद्यालय में सफलता के लिए आवश्यक माना जाता है। एलसैट-इंडियाटीएम को विशेष रूप से लॉ स्कूल एडमिशन काउंसिल, यूएसए (एलएसएसी) द्वारा भारत के लॉ स्कूलों में प्रवेश के लिए बनाया गया है। एलएसएसी 70 से अधिक वर्षों से विभिन्न देशों के कानून स्कूलों को अपने आवेदकों के महत्वपूर्ण सोच कौशल का मूल्यांकन करने में मदद कर रहा है।

आवेदक को एलसैट-इंडियाटीएम के लिए पंजीकरण कराना होगा। इसके लिए discoverlaw.in/register-for-the-test पर जाकर एलसैट-इंडियाटीएम के लिए आवेदन कर सकते हैं। पंजीकरण अवधि के बंद होने के बाद, उम्मीदवारों को उस तारीख और स्लॉट के बारे में जानकारी प्राप्त होगी जिस दौरान उन्हें परीक्षा के लिए उपस्थित होना आवश्यक होगा। परीक्षण के लिए उपस्थित होने के लिए लॉग-इन विवरण और निर्देश एक निर्बाध अनुभव सुनिश्चित करने के लिए टेस्ट स्लॉट असाइन करने के लिए साझा किए जाएंगे। आवेदक उस सामग्री का उपयोग करके परीक्षा के लिए तैयारी कर सकते हैं जिसे डिस्कवर लॉ वेबसाइट (कपेबवअमतसंूण्पदध्चतमचंतम.वित.जीम.जमेज) से डाउनलोड किया जा सकता है।

लॉ स्कूल एडमिशन काउंसिल (एलएसएसी) के बारे में

लॉ स्कूल एडमिशन काउंसिल (एलएसएसी) का मुख्यालय अमेरिका के पेन्सिल्वेनिया में है और यह एक गैर-लाभकारी संस्था है जो दुनिया भर में लोगों की नामांकन प्रक्रियाओं की सहायता करके और पूर्व-प्रतिष्ठित मूल्यांकन, डेटा और प्रौद्योगिकी सेवाएं प्रदान करके दुनिया भर में कानून और शिक्षा की गुणवत्ता, पहुंच और इक्विटी को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। हर साल, एलएसएसी 60,000 से अधिक लॉ स्कूल के उम्मीदवारों को प्रवेश प्रक्रिया को नेविगेट करने में मदद करता है और संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में 220 से अधिक सदस्यीय लॉ स्कूलों पर निर्भर आवश्यक एडमीषन सॉफ्टवेयर और डेटा प्रदान करता है। एलएसएसी 70 से अधिक वर्षों से लॉ स्कूल एडमिशन टेस्ट ( स्ै।ज्®) के विकास और प्रशासन के लिए लोकप्रिय है। दुनिया भर में 920 से अधिक परीक्षा केंद्रों पर सालाना 138,000 से अधिक एलसैट का संचालन किया जाता है। एलएसएसी किसी भी कानून स्कूल में प्रवेश के लिए आवेदक की संभावनाओं का आकलन नहीं करता है, बल्कि प्रवेश संबंधित सभी निर्णय व्यक्तिगत लॉ स्कूलों द्वारा किए जाते हैं।

पियर्सन वीयूई के बारे में:

पियर्सन वीयूई कंप्यूटर आधारित परीक्षाओं में दुनिया भर में अग्रणी है। दुनिया भर में 450 से अधिक क्रेडेंशियल ऑनर अपने परीक्षा कार्यक्रमों को विकसित करने, प्रबंधित करने, आयाजित करने और उन्हें बढ़ावा देने में मदद करने के लिए पियर्सन वीयूई को चुनते हैं। ऑनलाइन प्रैक्टिस टेस्ट से लेकर हाई-स्टेक, प्रोक्टर्ड एग्जाम्स जिसमें इंडस्ट्री के सबसे सुरक्षित टेस्टिंग माहौल की जरूरत होती है, पियर्सन वीयूई कंप्यूटर आधारित टेस्टिंग में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक प्रतिष्ठित संगठन है। पियर्सन वीयूई दुनिया की सबसे बड़ी लर्निंग कंपनी पियर्सन का हिस्सा है जिसमें दुनिया भर में 35,000 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं। पियर्सन वीयूई को एक अत्याधुनिक तकनीक पर बनाया गया है जो उम्मीदवारों को परीक्षा देने और दुनिया भर में हमारे ग्राहकों और उनके उम्मीदवारों को सेवा के उच्चतम स्तर प्रदान करने में सक्षम बनाता है। पियर्सन वीयूई का मुख्यालय उपनगरीय मिनियापोलिस, मिनेसोटा में है और इसके क्षेत्रीय कार्यालय अमेरिका, ब्रिटेन, दुबई, ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान और चीन में हैं।

ओ.पी. जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी और जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल के बारे में

भारत सरकार ने जेजीयू को ‘‘इंस्टीट्यूशन ऑफ एमिनेंस’’ (आईओई) के रूप में मान्यता दी है। जेजीयू एकमात्र गैर-एसटीईएम ओर गैर-चिकित्सा विश्वविद्यालय है जिसे आईओई के रूप में मान्यता दी गई है। 2009 में स्थापित, ओ.पी. जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (जेजीयू) हरियाणा सरकार द्वारा स्थापित और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा मान्यता प्राप्त एक गैर-लाभकारी वैश्विक और अनुसंधान उन्मुख विश्वविद्यालय है। जेजीयू में 1ः9 का संकाय-छात्र अनुपात रखा जाता है और यहां भारत तथा दुनिया भर से फैकल्टी के लिए वैसे सदस्यों को नियुक्त किया जाता है जिनका उल्लेखनीय शैक्षणिक योग्यता और अनुभव होता है। पूर्ण आवासीय परिसर में 5000 से अधिक छात्र और 550 संकाय सदस्य रहते हैं और अध्ययन करते हैं।

जेजीयू के नौ स्कूल हैं – कानून, व्यवसाय, अंतर्राष्ट्रीय मामले, सार्वजनिक नीति, लिबरल आर्ट्स और मानविकी, पत्रकारिता, कला और वास्तुकला, बैंकिंग और वित्त तथा पर्यावरण और स्थायित्व। इस वर्ष, जेजीयू क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2020 में षामिल होने वाला भारत और बाकी दुनिया का सबसे युवा भारतीय विश्वविद्यालय बन गया है। जेजीयू क्यूएस यंग यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2020 में षीर्श 150 ‘‘यंग यूनिवर्सिटीज इन द वर्ल्ड’’ (50 साल से कम) में षामिल होने वाला भारत का एकमात्र निजी विष्वविद्यालय है। जेजीयू के पहले स्कूल के रूप में जेजीएलएस को क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी सब्जेक्ट रैंकिंग 2020 द्वारा दुनिया के शीर्ष 101-150 लॉ स्कूलों में षामिल किया गया है। जेजीयू जिंदल स्टील एंड पावर फाउंडेशन की एक पहल है।

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