नई दिल्ली
दिल्ली में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर कांग्रेस के भीतर आंतरिक संघर्ष की स्थिति पैदा हो गई है। पूर्व सीएम शीला दीक्षित के नेतृत्व वाला धड़ा ‘आप’ से गठबंधन के खिलाफ है, जबकि अजय माकन गुट अब इसके समर्थन में है। दोनों ही खेमों ने अपना नजरिया बताते हुए राहुल गांधी को पत्र लिख दिया है। आने वाले कुछ दिनों में राहुल गांधी की ओर से इस पर फैसला लिया जा सकता है।
दिल्ली में कांग्रेस-आप के गठबंधन की खबरों के बीच दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष शीला और उनके सहयोगी तीन वर्किंग प्रेजिडेंट्स (हारून यूसुफ, देवेंद्र यादव और राजेश लिलोठिया) ने फिर एक बार गठबंधन को गलत बताया है। उन्होंने पत्र में कहा है कि इससे पार्टी को भविष्य में नुकसान होगा। सभी ने पार्टी को दिल्ली में अकेले लड़ने की सलाह दी है। यह पत्र 14 मार्च को भेजा गया था।
गठबंधन के समर्थन में भी पहुंचा पत्र
शीला के इनकार के बावजूद दिल्ली कांग्रेस के प्रभारी पीसी चाको आप से गठबंधन के समर्थन में हैं। वहीं कांग्रेस के कुछ पूर्व अध्यक्षों ने मिलकर राहुल को इस संबंध में पत्र भी लिख दिया है। सूत्रों के अनुसार, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन, ताजदार बाबर, अरविंदर सिंह लवली और सुभाष चोपड़ा ने राहुल को गठबंधन के लिए हामी भरने की सलाह दी थी।
दूसरा पत्र राहुल के पास पहुंचने के बाद पीसी चाको ने कहा, ‘मुझे जानकारी मिली है कि पार्टी के सीनियर नेता समझते हैं कि इस वक्त बीजेपी को हराना मुख्य जिम्मेदारी है। ज्यादातर नेताओं को लगता है कि इसके लिए आप से गठबंधन होना चाहिए।’ पीसी चाको ने यह भी कहा कि राहुल गांधी अगले कुछ दिनों में इसपर फैसला लेंगे। चाको बोले, ‘पार्टी की वर्किंग कमिटी भी फैसला ले चुकी है कि जो पार्टी बीजेपी के खिलाफ हैं उनके साथ गठबंधन होना चाहि। मुझे लगता है कि दिल्ली के नेता भी इसका पालन करेंगे।
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