श्रीनगर
जम्मू-कश्मीर में आतंक की फौज तैयार करने वालों की कोशिशों को पुलिस ने एक और झटका दिया है। किश्वतवाड़ पुलिस ने एक खूंखार आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के वॉन्टेड आतंकी रियाज अहमद को जिंदा पकड़ा है। रियाज उन लोगों में शामिल है, जो घाटी के युवाओं को आतंकी बनने के लिए उकसाता है और उन्हें संदिग्ध गतिविधियों में शामिल करवाता है। आतंकियों के बीच रियाज काफी चर्चित भी है और काफी समय से वॉन्टेड था। दिलचस्प बात यह है कि रियाज की तस्वीरें अमेरिकी हमले में मारे गए आतंक के आका ओसामा बिन लादेन से मेल खाती हैं। यह आतंकी तस्वीरों में अलकायदा कमांडर रहे लादेन के अंदाज में एक उंगली ऊपर की ओर किए नजर आता है।
बता दें कि घाटी में युवाओं को उकसाकर और बरगलाकर आतंकी गतिविधियों की ओर मोड़ने के लिए ऐसे कई लोग सक्रिय हैं, जो अपनी तकरीरों और भाषणों से युवाओं का ब्रेनवॉश करके उन्हें प्रभावित करते हैं। कुछ महीनों पहले ही ऐसे ही एक युवा के आंतकी बनने के बाद उसके परिवार ने कई बार उससे अपील की थी, वह घर लौट आए।
बता दें कि केंद्र और जम्मू-कश्मीर सरकार प्रदेश के युवाओं को कट्टरपंथी विचारधारा और आतंकी समूहों से दूर रखने के लिए अभियान चला रही है। हालांकि फिर भी युवाओं की आतंकी समूहों में भर्ती जारी है। दूसरी तरफ लाचार परिवार भटके हुए युवाओं से घर वापस लौटने की अपील कर हे हैं। इसी क्रम में राज्य सरकार ऐसे युवाओं को पूरी तरह से क्षमा-दान देने वाली है जो आतंकी संगठनों में शामिल तो हो गए, लेकिन अब वापस लौटना चाहते हैं।
राज्य सरकार संरक्षण देने को तैयार
ऐसे युवा जिन्होंने किसी कट्टरपंथी संगठन में शामिल होने के बाद भी किसी आतंकी या हिंसक वारदात को अंजाम नहीं दिया हो, राज्य सरकार उन्हें संरक्षण देने के लिए तैयार है। इसके साथ ही सरकार कई ऐसी योजनाओं पर भी काम कर रही है, जिससे युवाओं को रोजगार और रचनात्मक कार्यों से जोड़ा जा सके। घाटी में हिंसा की घटनाओं के बीच बड़े हुए युवाओं में ‘अलगाव’ की भावना को दूर करने के उद्देश्य से सरकार यह कदम उठा रही है।
इस साल 130 से ज्यादा युवा आतंकी समूहों से जुड़े
आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2010 के बाद इस साल सबसे ज्यादा करीब 130 स्थानीय युवा विभिन्न आतंकी संगठनों में शामिल हुए हैं। इनमें से अधिकतर नौजवान अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन अलकायदा से वैचारिक जुड़ाव रखने वाले समूहों से जुड़े हैं। अधिकारियों के अनुसार 31 जुलाई तक 131 युवा विभिन्न आतंकी संगठनों से जुड़े हैं। इसमें सबसे बड़ी संख्या दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले की है, जहां से 35 युवा आतंकवादी संगठनों में शामिल हुए हैं।