एनडीए छोड़कर महागठबंधन का दामन थामने के अगले ही दिन राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के नेता उपेंद्र कुशवाहा ने राहुल गांधी को पीएम पद का सही उम्मीदवार बताया है. न्यूज़18 से एक्सक्लूसिव बातचीत में कुशवाहा ने कहा कि राहुल गांधी महागठबंधन का नेतृत्व करने के लिए उपयुक्त व्यक्ति हैं. हालांकि उन्होंने कहा कि यह राय उनकी पार्टी की है, महागठबंधन की नहीं.
कुशवाहा ने कहा कि राहुल ने अपनी क्षमता का विकास भी किया है और उनकी पार्टी का जनाधार भी गठबंधन की अन्य पार्टियों से ज़्यादा है. कुछ दिन पहले द्रमुक नेता एमके स्टालिन ने भी राहुल पर भरोसा जताया था, लेकिन अन्य पार्टियों ने इसका समर्थन नहीं किया था जिसमें, तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी शामिल है.
एनडीए से अलग होने पर कुशवाहा ने शीर्ष पर बैठे लोगों को ज़िम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि सिर्फ सीट शेयरिंग का मामला नहीं था, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझे मिलने का समय नहीं दिया. कुशवाहा ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ‘नीच’ टिप्पणी के बाद भी पीएम ने हस्तक्षेप नहीं किया. बकौल कुशवाहा, ‘हम समझते रहे सरकार में रहकर, हम अपनी आवाज़ मज़बूती से उठा पाएंगे, लेकिन हमारी ताकत को कमज़ोर करने की कोशिश होने लगी तो हमें लगा कि एनडीए में रहना ठीक नहीं.’
उन्होंने कहा कि 2014 में चुनाव प्रचार के दौरान विकास एजेंडा होगा ऐसा कहा गया, लेकिन कुछ नहीं बदला, जबकि अब बिहार में डबल इंजन की सरकार है.
एनडीए से नहीं, यूपीए से होगा अगला पीएम
कुशवाहा ने कहा कि पूरे देश में जो स्थिति दिख रही है, महागठबंधन दो तिहाई से ज़्यादा सीटें जीतेगा और हमारी सरकार बनेगी. एनडीए की सरकार हटाना, यूपीए की सरकार लाना ही हमारा लक्ष्य है. रामविलास पासवान को गठबंधन में शामिल करने पर कुशवाहा ने कहा कि पासवान अभी एनडीए के पार्टनर हैं. मेरी उनको कोई सलाह नहीं है.
बिहार, यूपी में होगा NDA को नुकसान
कुशवाहा ने दावा किया कि बिहार में एनडीए की गाड़ी एक इंच नहीं बढ़ पाएगी और वहां एनडीए का शायद खाता भी न खुले. उत्तर प्रदेश में भी लगभग वही हालात हैं. उन्होंने कहा कि यूपीए का नेता ही पीएम बनेगा. अगला चुनाव विकास और सोशल जस्टिस, रोज़गार, शिक्षा के मुद्दे पर लड़ेंगे. कुशवाहा ने हालांकि सीटों की संख्या पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.
कुशवाहा ने पार्टी में बगावत पर कहा कि सांसद उनके साथ खड़े हैं, लेकिन विधायकों के साथ बिहार सीएम की बड़ी डील हुई है. तेजस्वी यादव पर कुशवाहा बोले कि वह अपने पिता की विरासत को संभालने में लगे हैं, उनके अंदर यह क्षमता आने लगी है, लेकिन तेजस्वी के बिहार का मुख्यमंत्री बनने से जुड़े सवाल पर वह चुप्पी साध गए.