नई दिल्ली।
एक ऐसे दौर में जब ज्यादातर नेता, जो एकबार मंत्री बनने के बाद जीवनभर सरकारी सुविधाओं का लाभ लेते रहना चाहते हैं। ऐसे दौर में सुषमा स्वराज ने एक नजीर पेश की है। भारत की पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने 8, सफदरजंग लेन स्थित अपना सरकारी आवास खाली कर दिया है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस बात की घोषणा खुद अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के माध्यम से की। सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया, ‘मैं नई दिल्ली में अपना सरकारी आवास 8, सफदरजंग लेन छोड़ रही हूं। मैं आप सबको यह भी बताना चाहती हूं कि मैं अब पहले के पते या फोन नंबर पर उपलब्ध नहीं हूं।’
इससे पहले कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसी भी बातें आ रही थीं कि सुषमा स्वराज आंध्र प्रदेश के राज्यपाल का पद संभाल सकती हैं। लेकिन सुषमा स्वराज ने उन रिपोर्ट्स का सिरे से खंडन कर दिया। केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने ट्वीट कर उन्हें इस बात की बधाई भी दी थी। जिसके बाद सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया, ‘मुझे आंध्र प्रदेश का राज्यपाल बनाए जाने की ख़बर में बिल्कुल सच्चाई नहीं है।’ बाद में केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया था।
बता दें, सुषमा स्वराज ने 2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा। सुषमा स्वराज ने यह फैसला स्वास्थ्य कारणों से लिया था। उन्होंने अपने स्वास्थ्य के कारण इस साल सरकार से बाहर रहने का फैसला किया। पिछले महीने पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह के बाद सुषमा ने ट्विटर पर एक भावनात्मक संदेश भी लिखा था जिसमें उन्होंने पीएम मोदी का धन्यवाद किया था।
अपने कार्यकाल के दौरान बीजेपी नेता सुषमा स्वराज ट्विटर पर बहुत सक्रिय रहीं। ट्विटर के जरिए वो विदेशों में रह रहे भारतीय से जुड़ी रहती थीं और समय-समय पर उनकी मदद के लिए आगे भी आती थीं। ट्विटर पर सुषमा स्वराज अपने तंजभरे और मजाकिया टिप्पणियों को लेकर भी काफी लोकप्रिय रहीं।
अरुण जेटली ने भी खाली कर दिया है सरकारी आवास
बता दें, इससे पहले पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी अपना सरकारी आवास खाली कर दिया था। पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने स्वास्थ्य कारणों से सरकार में मंत्री पद लेने से इनकार करने के बाद उन्होंने राज्यसभा का सदस्य रहते हुए भी सरकारी आवास की सुविधा को छोड़ दिया है। जेटली वित्त मंत्री के तौर पर आवंटित 2 कृष्णमेनन मार्ग के सरकारी आवास को खाली कर कैलाश कॉलोनी स्थित अपने निजी आवास में शिफ्ट हो गए हैं।