नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री ने क्यों CBI और RAW के प्रमुखों को अपने आवास पर बुलाया? क्या यह जांच प्रभावित करने की कोशिश नहीं थी? प्रधानमंत्री ने क्या निर्देश दिए? क्या यह असंवैधानिक तरीके से जांच में दखल देना नहीं है? कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने आज यह बात कही.
सुरजेवाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यूपीए सरकार में मंत्री द्वारा अदालत में देने वाला हलफनामा देखने पर बीजेपी नेताओं ने इस्तीफे की मांग की थी. अब प्रधानमंत्री क्या कर रहे हैं? CVC चुप क्यों है? क्या उसे भी ऊपर से निर्देश मिल रहे हैं? क्यों प्रधानमंत्री एक-एक करके महत्वपूर्ण संस्थाओं को षड्यंत्र करके खत्म कर रहे हैं? प्रधानमंत्री ने CBI की स्वायत्तता खत्म कर दी है और उसे कठपुतली बना दिया है.
कांग्रेस नेता ने कहा कि भारत की प्रतिष्ठित जांच एजेंसी CBI के हालात के लिए केवल प्रधानमंत्री जिम्मेदार हैं. प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह ने इस एजेंसी का दुरुपयोग राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ किया है. पूरे मामले में प्रधानमंत्री की भूमिका संदेह के घेरे में है. पूरे मामले की जांच होनी चाहिए, जिसके घेरे में CBI के वरिष्ठ अधिकारियों और RAW के अधिकारी का नाम आया है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री असंवैधानिक रूप से जांच में दखल दे रहे हैं. उन्होंने अस्थाना का नाम लिए बगैर कहा कि क्या गोधरा मामले में क्लीन चिट के बदले में CBI में नियुक्ति दी गई?
सुरजेवाला ने पटाखों पर कोर्ट के फैसले को लेकर कहा कि अदालत के निर्णय को प्रदूषण के नज़रिए से देखा जाना चाहिए. सरकार इसे लागू न करा पाए तो उसकी नाकाबलियत होगी