बरेली :
देवरिया से बरेली जिला जेल में शिफ्ट हुए पूर्व सांसद अतीक अहमद का खौफ बढ़ता ही जा रहा है. जेल प्रशासन अतीक के खौफ से थर्राया है. आलम ये है की जिला जेल अधीक्षक ने डीएम एसएसपी को पत्र लिखकर अतीक अहमद को दूसरी जेल में शिफ्ट करने का अनुरोध किया है. जिला जेल अधीक्षक के पत्र से पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. जिस वजह से आज पुलिस-प्रशासन के आला अफसरों ने कई थानों की पुलिस फोर्स के साथ जिला जेल में छापेमारी की.
बरेली जिला जेल के अधीक्षक उदय प्रताप मिश्रा ने डीएम एसएसपी को पत्र लिखकर अतीक अहमद को दूसरी जेल में शिफ्ट करने का अनुरोध किया है. जेल अधीक्षक उदय प्रताप मिश्रा का कहना है की उसके आने से हमें सुरक्षा बढ़ानी होगी. अतीक के आने से जेल महकमे में भी असुरक्षा है. उन्होंने कहा की अतीक को देवरिया से जिस वजह से बरेली शिफ्ट किया गया है हम चाहते है ऐसा यहां न हो. हमारी जेल ग्रामीण इलाके में है, इसलिए हम चाहते हैं की अतीक को किसी और जेल में शिफ्ट किया जाए.
जेल अधीक्षक के पत्र के बाद आनन्-फानन में एसपी सिटी, एसपी ग्रामीण, एडीएम प्रशासन ने चार थानों की फ़ोर्स के साथ जिला जेल में छापेमारी की. खासतौर पर बैरक नंबर 98 की गहनता से जांच की गई. दरअसल बैरक नंबर 98 में ही अतीक अहमद को रखा गया है. अतीक अहमद के एक एक सामान की खुलवाकर जांच की गई, उनके कपड़े, अटैची, बिस्तर को भी चेक किया गया. हालांकि जांच के दौरान अफसरों के हाथ कोई भी संदिग्ध चीज नहीं मिली. एडीएम प्रशासन राम सेवक दिवेदी ने बताया की उनके साथ बैरक नंबर 98 में 9 लोग बंद हैं. एसपी ग्रामीण संसार सिंह ने बताया की उन्होंने भी अतीक अहमद की तलाशी ली और अतीक से बातचीत भी की.
वहीं अतीक अहमद के बरेली जिला जेल में शिफ्ट होने के बाद इस बाद की शंका है की अतीक के गुर्गे किराये पर माकन लेकर रह सकते हैं. इसलिए जिले में नए किरायेदारों का वेरिफिकेशन कराया जाएगा. एसपी सिटी अभिनंदन सिंह ने बताया की इस बात का भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है की कही कोई फ़र्ज़ी तरीके से अपने आपको अरेस्ट न करा ले की वो अतीक को मदद कर सके. उन्होंने बताया की जो लोग अतीक से मिलने आ रहे हैं उन पर भी नजर रखी जा रही है .
गौरतलब है की नए साल के पहले दिन ही अतीक को देवरिया जेल से बरेली की जिला जेल में शिफ्ट किया गया था. दरअसल अतीक जिस दिन बरेली जेल पंहुचा था तो जेल में अंदर जाने से मना किये जाने पर उसने दबंगई दिखाते हुए जेल कर्मिओं को हड़का दिया था और कहा था की क्या ड्रामा है. देवरिया जेल में तो उसने अपना तांडव मचा ही रखा था वहां उसने लखनऊ के एक बिल्डर को मारा पीटा था.