अगर सबकुछ ठीक रहा तो आने वाले दिनों में जीएसटी के 18 फीसदी स्लैब को खत्म कर मोदी सरकार जनता को बड़ी राहत दे सकती है. सोमवार को वित्तमंत्री अरुण जेटली ने एक फेसबुक ब्लॉग लिखकर इसके संकेत दिए हैं. उन्होंने ब्लॉग में लिखा कि देश में जीएसटी के 0, 5 और स्टैंडर्ड रेट टैक्स स्लैब होंगे. उन्होंने कहा कि आने वाले वक्त में 28 फीसदी टैक्स स्लैब का वजूद नहीं रहेगा.
क्या कहा ब्लॉग में
‘जीएसटी के 18 महीने’ शीर्षक वाले ब्लॉग में वित्त मंत्री ने कहा, ‘भविष्य के रोडमैप के तौर पर 12% और 18% की दो स्टैंडर्ड रेट की जगह एक सिंगल स्टैंडर्ड रेट को लागू करने की दिशा में काम किया जा सकता है. नया रेट दोनों यानी 12 फीसदी और 18 फीसदी के बीच का होगा.’ इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि ‘जिन लोगों ने 31% टैक्स स्लैब के साथ भारत का उत्पीड़न किया और लगातार जीएसटी को नजरअंदाज किया, उन्हें गंभीरतापूर्वक आत्म अवलोकन करना चाहिए.’
जेटली ने साथ ही इस बात के भी संकेत दिए कि आने वाले दिनों में सीमेंट को जीएसटी के 28 फीसदी स्लैब से बाहर किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अब आम आदमी के इस्तेमाल में आने वाले सीमेंट और ऑटो पार्ट्स ही 28 फीसदी टैक्स स्लैब में बच गए हैं. हमारी अगली प्राथमिकता सीमेंट पर टैक्स कम करने की है. दूसरे सभी बिल्डिंग मैटेरियल पहले ही 28 फीसदी के स्लैब से बाहर हो चुके हैं और अभी 18 या 12 फीसदी स्लैब में हैं.’ जेटली ने बताया कि तंबाकू, लग्जरी गाड़ियां, एसी, सोडा वॉटर, बड़े टीवी और डिश वॉशर को छोड़कर 28 आइटम्स को 28 फीसदी टैक्स स्लैब से हटाकर 18 और 12 फीसदी टैक्स स्लैब में डाल दिया गया है.