बिहार में आज शाम तेजस्वी यादव के आवास पर महागठबंधन की बैठक होने जा रही है. इस बैठक में सभी घटक दलों के नेताओं के शामिल होने की संभावना है. गौरतलब है कि इससे पहले लालू प्रसाद यादव से सभी दलों के नेता बारी-बारी मिल चुके हैं और सीटों के बंटवारे पर चर्चा कर चुके हैं. हालांकि अंतिम रूप से किस दल को कितनी सीटें मिली हैं, अभी तक तय नहीं हो पाया है. ऐसा भी माना जा रहा है कि आज इस पर भी चर्चा होगी कि कौन सा दल कहां से अपने उम्मीदवार खड़े करेगा.
आज की बैठक में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी, लोकतांत्रिक जनता दल के अध्यक्ष शरद यादव और विकासशील इंसान पार्टी(VIP) अध्यक्ष मुकेश सहनी के शामिल होने की संभावना है.
सीट शेयरिंग पर होगी चर्चा
माना जा रहा है कि आज की बैठक का एजेंडा सीट बंटवारे का फॉर्मूला तय करने को लेकर है. आज इस बात पर चर्चा हो सकती है कि धरातल पर महागठबंधन का स्वरूप क्या हो सकता है. न्यूज 18 को विश्वस्त सूत्रों से जो जानकारी मिली है इसके अनुसार लालू यादव से मिलने के बाद सभी दलों के लिए एक खाका तैयार किया जा चुका है.
ऐसा हो सकता है महागठबंधन का स्वरूप
इसके अनुसार, आरजेडी-20, कांग्रेस-10, आरएलएसपी-3, लेफ्ट- 4, हम-1, मुकेश सहनी-1 और शरद यादव को 1 सीट दिए जाने पर मंथन हो रहा है. माना जा रहा है कि कांग्रेस 12 सीटों की मांग पर अड़ी हुई है, वहीं शरद यादव और मांझी भी दो-दो सीटें चाहते हैं. जबकि उपेन्द्र कुशवाहा 4 सीटों से कम पर नहीं मान रहे हैं.
ताकि महागठबंधन में फूट न पड़े
कहा जा रहा है कि महागठबंधन में फूट न पड़े इसके लिए आरजेडी 18 सीटों पर लड़ने की बात मान सकती है. ऐसे में अगर आरजेडी 18 सीटों पर लड़ने को तैयार होती तो कांग्रेस को 11 सीटें दी जा सकती हैं. वहीं बाकी बची एक सीट शरद यादव, कुशवाहा या हम में से किसी को दी जा सकती है. हालांकि अंतिम स्वरूप क्या होगा इस पर अभी भी पेंच फंसा हुआ है.
लालू प्रसाद से मिल चुके हैं बड़े नेता
आपको बता दें कि शनिवार को कुशवाहा, मांझी और शरद यादव रांची जाकर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से मुलाकात कर चुके है. इससे पहले कांग्रेस नेताओं में पार्टी के झारखंड प्रभारी सुबोधकांत सहाय और बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शकील अहमद भी लालू प्रसाद से मिल चुके हैं.
विरोधियों का मुंह बंद करने की कवायद
दरअसल एनडीए के घटक दलों बीजेपी, जेडीयू और एलजेपी के बीच बिहार में सीट साझेदारी की घोषणा के बाद से सीट शेयरिंग को लेकर महागठबंधन लगातार विरोधियों के निशाने पर है. ऐसे में तेजस्वी के आवास पर आज की बैठक को महागठबंधन की सीट बंटवारे पर फार्मूला तय कर अपने विरोधियों का मुंह बंद करने की एक कोशिश के रूप में देखा जा रहा है.
खरमास के बाद होगी सीट बंटवारे की घोषणा
महागठबंधन सूत्रों के अनुसार आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद की जमानत याचिका पर अपना फैसला झारखंड हाईकोर्ट द्वारा सुरक्षित रखे जाने के कारण अंतिम तौर पर सीट समझौते को उनकी रिहाई तक टाला जा सकता है, लेकिन 14 जनवरी को खरमास खत्म होने के बाद इसको लेकर औपचारिक घोषणा की भी संभावना जतायी जा रही है.