झाबुआ कोतवाली की महिला आरक्षक चला रहीं हैं विशेष रसोई
आम सभा, भोपाल : कोरोना के खिलाफ चल रही लड़ाई में मध्य-प्रदेश पुलिस में पदस्थ महिला पुलिसकर्मी भी पीछे नहीं है। वे अपनी दैनिक ड्यूटी तो कर ही रहीं हैं , साथ ही अपने साथी पुलिस कर्मियों को भी सहारा दे रहीं हैं। झाबुआ कोतवाली में पदस्थ महिला आरक्षकों ने विशेष रसोई चलाकर टीम भावना का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया है।
लॉक डाउन का पालन कराने के लिए सुबह से ही ड्यूटी पर पहुँचने वाले पुलिस कर्मियों को जब झाबुआ कोतवाली में पदस्थ महिला आरक्षकों ने नाश्ता के लिए परेशान देखा, तो उनसे रहा नहीं गया। बाहर से बनकर आया नाश्ता करते वक्त पुलिस जवानों के मन में यह शंका बनी रहती कि जो नाश्ता वह ग्रहण कर रहे कहीं वह प्रदूषित न हो। संक्रमण के भय से कुछ जवान तो नाश्ता करते ही नहीं थे। पुलिस जवानों की यह दुविधा समझकर कोतवाली में पदस्थ महिला आरक्षक निर्मला, रिंकी, प्रियंका व बसंती आगे आईं और कोतवाली थाना प्रभारी को सुझाव दिया कि यदि उन्हें खान-पान सामग्री व कुछ बर्तन उपलब्ध करा दिए जाएं तो हम रोज सुबह पूरी साफ-सफाई के साथ अपने साथियों के लिए नाश्ता तैयार कर देंगे।
थाना प्रभारी ने इस नेक सलाह को मानकर बर्तन व भोजन सामग्री का इंतजाम करवा दिया। फिर क्या कोतवाली में शुरू हो गई एक अभिनव रसोई। गत 20 अप्रैल से चल रही इस विशेष रसोई में महिला आरक्षक रोज सुबह 8 बजे तक कोतवाली क्षेत्र के लगभग 100 जवानों के लिए नाश्ता तैयार कर देती हैं। यह नास्ता थाने के फिक्स पॉइंट पर एवं पेट्रोलिंग ड्यूटी में लगे पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों तक पहुँचाया जाता है। साफ-सुथरे ढंग से बना हुआ नाश्ता समय पर मिल जाने से पुलिस जवान पूरे मनोयोग से अपनी ड्यूटी कर रहे हैं। जाहिर है झाबुआ में लॉकडाउन पूरे प्रभावी ढंग से लागू हो रहा है। झाबुआ पुलिस अधीक्षक विनीत जैन द्वारा इन सभी महिला आरक्षकों को 500-500 रूपए के नगद पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।