आम सभा, विशाल सोनी, चंदेरी।श्री पार्श्व नाथ दि. जैन पुराना मंदिर जी में आचार्य श्री विद्या सागर जी महाराज के प्रिय शिष्य संस्कार प्रणेता मुनि श्री पद्म सागर जी महाराज का 22 वॉ विद्या पद्म वर्षायोग कलश स्थपना सानंद धर्म मय वातावरण में सम्पन्न हुआ.
वर्षा योग कलश स्थापना कार्यक्रम प्रातः 6.30 बजे से वृहद शांति धारा, नवदेवता पूजन, आचार्य श्री कि पूजन एवं श्री शांतिनाथ महा मंडल विधान मुनि श्री के मुखार बिन्द द्वारा हुआ. मुनि श्री कि पारणा का सौभाग्य प्रवीण जैन, सम्यक शास्वत, शुभ जैन ने नवधा भक्ति से पड़गाहन कर गुरुवर के पावन चरण कमल अपने घर में पाकर अपने आपको गुरूवर का सम्यक आशीष प्राप्त किया.
दोपहर 02 बजे श्री पार्श्वनाथ दि. जैन धर्मशाला में 22 वॉ विद्या पद्म वर्षायोग कलश स्थापना हेतु मुनि भक्त बालकों ने कलश यात्रा मंदिर परिसर की परिक्रमा लगाकर प्रारम्भ की। इस अवसर पर सर्वप्रथम ध्वजारोहण करने एवं मुनि श्री पद्मसागर जी के कलश लेने का परम सौभाग्य श्री सुनीलकुमार, स्वप्निल कुमार श्रीमती सुलेखा, रुपाली, सौम्या घाट बमूरिया वालों को प्राप्त हुआ मुनिवर का पाद प्रक्षालन श्री ज्ञानचंद, रवि, शरद टड़ैया मुंगावली ने किया।
आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज को शास्त्र भेंट श्री भानुकुमार मोदी (मामा) चन्देरी, मुनि श्री निर्णयसागर जी महाराज को जिनवाणी महिला मण्डल के सभी सदस्यो एवं मुनि श्री पद्मसागर जी महाराज को शास्त्र दान मुनि संघ सेवा समिति के बालकों एवं युवाओं ने किया। मंदिर जी के मूलनायक भगवान के प्रथम कलश का सौभाग्य नगर के दानवीर श्रेष्ठी श्री रमेश चंद जी-श्रीमती चंदा, नीकेश-श्रीमती शिल्पी, मानसी, मानस गोयल परिवार को प्राप्त हुआ । शांतिसागर कलश का सौभाग्य श्री चौबीसी दि. जैन कमेटी ।
श्री वीरसागर कलश श्री इन्द्रकुमार, नीतेश कुमार जी वरया पिपरई वालों को प्राप्त हुआ। श्री शिवसागर कलश श्री वीरेंद्र कुमार जी मौसिया चन्देरी को, एवं श्री ज्ञान कलश श्री प्रकाशचंद, ब्रजेशकुमार ईसागढ़ वालों को मिला। श्री विद्यासागर कलश का सौभाग्य श्री कोमलचंद, सुभाषचंद जी जैन लागोन परिवार चंदेरी एवं पाठशाला कलश श्री नीकेश जी, सौरभ जी श्रीमती अर्चना, सोनम जैन को प्राप्त हुआ।
इस सम्पूर्ण कार्यक्रम में बासोदा से पधारे हुए सृजल भैया & ग्रुप के संगीतमय निर्देशन एवं प्रतिष्ठाचार्यत्व में धार्मिक क्रियाये सम्पन्न हुई। भगवान महावीर स्वामी की प्रथम दिव्यदेशना वीर शासन जयंती को शासन के निर्देशानुसार सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मानाने का संकल्प दिलाया एवं कोरोना महामारी भारत से शीघ्र दूर हो इस हेतु विशेष मंत्रो से भगवान की आराधना की।