दैनिक आम सभा, हरिओम त्यागी, ग्वालियर : ग्वालियर नगर निगम सहित जिले के सभी नगरीय निकाय करों की वसूली में तेजी लाएं। नगर निगम की कर वसूली में 15 फरवरी तक वर्तमान की तुलना में कम से कम 10 फीसदी बढ़ोत्तरी करे। इसी तरह जिले के अन्य नगरीय निकाय 15 फरवरी तक 50 प्रतिशत कर वसूली करके दिखाएं। इस आशय के निर्देश कलेक्टर भरत यादव ने जिले के नगरीय निकायों की कर वसूली एवं विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान दिए।
बुधवार को यहाँ कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित हुई बैठक में श्री यादव ने खासतौर पर संपत्तिकर, जलकर, समेकित कर, नगर विकास कर व शिक्षा उपकर आदि की वसूली में तेजी लाने पर विशेष बल दिया। उन्होंने विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान कहा कि नगर निगम के कार्यों में और तेजी लाने की जरूरत है। इसलिए प्रत्येक कार्य की निगरानी रखें और कार्य एजेन्सियों को साफतौर पर ताकीद कर दें कि यदि कार्यों में देरी हुई तो संबंधित एजेन्सियाँ जवाबदेह होंगीं।
उन्होंने कहा नए कार्यों को शुरू करने के लिये अनुबंध इत्यादि की कार्रवाई भी तत्परता से की जाए। कलेक्टर ने जिले के अन्य नगरीय निकायों में 28 फरवरी तक अधूरे कार्यों को पूर्ण करने की हिदायत संबंधित मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को दी। उन्होंने निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का ध्यान रखने पर विशेष बल दिया।
पेयजल व्यवस्था की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने कहा कि ग्वालियर नगर निगम क्षेत्र में प्रतिदिन पानी देने का निर्णय सोच विचार कर ही करें। इस संबंध में एमआईसी को भी विश्वास में लें। कोई भी निर्णय लेने से पूर्व इस बात का ध्यान रखा जाए कि अगले साल यदि वर्षा कम हो तो भी पेयजल की आपूर्ति सुचारू रूप से होती रहे।
उन्होंने कहा जिले के किसी भी नगरीय निकाय में पेयजल परिवहन की नौबत न आने दें। साथ ही निर्देश दिए कि यदि पेयजल परिवहन की जरूरत हो तो उसके प्रस्ताव पहले से भेजे जाएं। श्री यादव ने नगर निगम के अंतर्गत मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण एवं मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना की लक्ष्यपूर्ति के लिए विशेष प्रयास करने के निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिए।
कलेक्टर श्री यादव ने शहरी क्षेत्र में निवासरत सभी पात्र किसानों को जय किसान फसल ऋण माफी योजना का लाभ दिलाने के लिए तत्परता से फार्म भरवाने और डाटा एंट्री करने की कार्रवाई करने की हिदायत भी दी। उन्होंने कहा कोई भी पात्र किसान लाभ से वंचित नहीं रहना चाहिए।
बैठक में अपर कलेक्टर दिनेश श्रीवास्तव, अपर आयुक्त नगर निगम आर के श्रीवास्तव, उपायुक्त सुंद्रयाल तथा जिले के सभी नगरीय निकायों के मुख्य नगर पालिका अधिकारी और तकनीकी अधिकारी मौजूद थे।