भोपाल। देश निरंतर अपनी अन्न उत्पादन क्षमता को बढ़ा रहा है पर वहीं दूसरी ओर कई कारणों से किसानों के खून पसीने से उपजी फसल भंडारण की गलत विधियों के कारण बर्बाद हो जाते हैं। इसी बर्बादी को रोकने के लिए विश्व की अग्रणी
कृषि आधारित कम्पनी यूपीएल ने “अनाज बचाओ दाना दाना कीमती है” अभियान जिसे देश के कई राज्यों | उत्तरप्रदेश,उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, आन्ध्रप्रदेश, कर्नाटक, बिहार, तमिलनाडु राज्यों में किसानों और भंडारण उद्योग से मिले अपार सफलता के बाद अब मध्यप्रदेश में बड़े धूम धाम से शुरू किया गया। इस मुहिम से यूपीएल केंद्र सरकार
की महत्वाकांक्षी परियोजना किसानों की आय दुगुनी करने में अपना सार्थक सहयोग भी दे रही है। | इस अभियान के अंतर्गत गांव के किसानों को अपने अनाज को सरल वैज्ञानिक तरीकों से भंडारण करने की विधि
उनके सामने साक्षात प्रदर्शन के द्वारा दिखाया गया। इस मुहिम के तहत सोमवार को भोपाल जिले के खजुरी कलां | गांव में आयोजित साक्षात प्रदर्शन में सैकड़ों किसानों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया और अपने उपजाए अन्न की पूरी
सुरक्षा की शपथ भी ली। इस साक्षात प्रदर्शन के दौरान यूपीएल की टीम ने अपने अत्याधुनिक उत्पाद किकफोस के उपयोग से इस नुकसान को रोकने की विधि सिखाई और साथ ही इन रसायनों के इस्तेमाल के समय बरतने वाली जरूरी सावधानियों के बारे में भी अवगत कराया। इस अवसर पर कई किसानों ने अपनी भंडारण और कीटकों की समस्याओं का भी समाधान | यूपीएल के विशेषज्ञों के माध्यम से प्राप्त किये।
उज्ज्वल कुमार, यूपीएल के फ्यूमिगेंट बिज़नेस प्रमुख के अनुसार इस मुहिम का मुख्य उद्देश्य किसानों द्वारा खून पसीने से उपजाई अनाज का सही भंडारण करना सिखाना है जिससे उनके अनाज में कीड़े या फफूद न लगे और उन्हें अच्छा मुनाफा मिले। आज किसानों का करीब 30 फीसदी अनाज सही तरह से भंडारण न होने की वजह से बर्बाद हो जाता है जिसका प्रतिकूल असर उनके आर्थिक स्थिति पर पड़ता है और साथ ही विश्व अन्न सुरक्षा के मार्ग को भी अवरुद्ध करता है।
उज्ज्वल कुमार का कहना है कि आज देश में हमे ज्यादा अनाज उत्पादन की आवश्यकता नहीं है बल्कि जो अनाज उत्पादन हो रहे है उनका सही प्रकार से भंडारण करने की जरूरत है जो न केवल देश में अनाज का भंडार बढ़ाएंगे बल्कि किसानों के मुनाफे को भी बढ़ाएंगे। इसी उद्देश्य से हम स्वयं किसानों के बीच उनके चौखटों तक जाकर उन्हें जागरूक और प्रशिक्षित कर रहे हैं। अगले हफ्ते हम यह मुहीम मध्यप्रदेश के कई अन्य जिलों में भी शुरू कर रहे हैं। यूपीएल के जनरल मैनेजर पंकज जोशी के अनुसार यह कार्यक्रम राज्य के भोपाल, इटारसी, नीमच, कटनी, देवास, खण्डवा, विदिशा, ग्वालियर, झांसी,मन्दसौर, इंदौर इत्यादि जिलों में किया जाएगा। हमने इस मौके पर गांव में दो प्रशिक्षित अनाज सुरक्षा मित्रों की भी नियुक्ति की जो अपनी स्वेच्छा से गांव में हर घर में अन्न भंडारण के दौरान होने वाले नुकसान को रोकने की जिम्मेदारी ली और अन्य किसानों को भी ये उपाय सिखाने का प्रण लिया।