आम सभा, विशाल सोनी, चंदेरी : भारत देश की रीढ़ “अहिंसा परमो धर्मा ” हैं हमारे यहां हमेशा से रिषि मुनियों ने कहा हैं कि अहिंसा ही सर्वोत्कृस्ट धर्म हैं अहिंसा को छोड़कर के ना कोई धर्म हैं न कोई जीवन हैं . परम पूज्य गुरुदेव आचार्य भगवन श्री 108 विद्यासागर जी महा मुनिराज के आज्ञानुवर्ती शिष्य पाठ शाला प्रणेता मुनि श्री 108 निर्णयसागर जी महाराज एवं मुनि श्री 108 पदमसागर जी महाराज, ऐलक श्री 105 क्षीर सागर जी महाराज ससंघ अतिशय युक्त श्री 1008 श्री पार्श्व नाथ दिगंबर जैन (प्राचीन ) पुराना मंदिर जी चंदेरी में विराजमान है. उक्त जानकारी देते हुए जैन प्रवक्ता प्रवीण जैन जैनवीर ने बताया कि पूज्य मुनि श्री निर्णय सागर जी महाराज ने अपने संदेश में जन जन के लिए दिए संदेश में कहा कि हमारे भारत देश में सभी धर्म मेंएक अहिंसा का पाठ पढ़ाया हैं यहां तक कि इस्लाम धर्म में भी रहम, दीन शब्दों के माध्यम से अहिंसा का ही पोषण किया हैं.
आज हम देख रहें हैं विज्ञान के क्षेत्र में अमेरिका, रूस, जापान, जर्मनी, चीन जैसे देशों ने काफ़ी तरक्की की हैं किन्तु हमारे भारत देश ने विज्ञान के क्षेत्र में उतनी तरक्की न की हो परन्तु भारत देश अनादिकाल से पूरे विश्व का धर्म गुरु रहा हैं. इतिहास गवाह हैं जितने भी संत, महात्मा, भगवान ने यदि जन्म लिया हैं अवतार लिया हैं तो वह भारत देश हैं.
आज दुःख की बात हैं की कोरोना जैसी महामारी से पूरा विश्व जूझ रहा हैं, किन्तु सम्हल नहीं रहा हैं. एक तरफ शाकाहार हैं जिसके चार अक्षर बोलते हैं शा=शांति, का =कारक, हा =हानि, र = रहित अर्थात शांति कारक, हानि रहित. ऐसे शाकाहार से दूर हो करके लोग अंडा, मांस का सेवन कर रहें हैं, शराब ड्रग्स आदि नशीले पदार्थो के आदि हो गए हैं
लोगों ने मुर्गी का मांस खाया तो वर्ड फ़्लू महामारी मिली, लोगों ने सूअर का मांस खाया तो स्वाइन फ़्लू की बीमारी मिली, लोगों ने गाय का मांस खाया तो मेंडकाऊ नामकी वीमारी मिली लोगों ने अन्य पशु पक्षिओ कोई खाया तो इबोला नाम का रोग उत्पन्न हुआ, लोगों ने चमगादड़, सांप कोई भोजन बनाया तो कोरोना का महा दर्द सामने हैं मुनि श्री ने कहा कि लोग यही नहीं रुके उनने चूहों का मांस खाना प्रारम्भ कर दिया जिससे हन्ता वायरस सामने आ गया. इसलिए हैं इंसानों सम्भल जाओ दुनियां के हर प्रानिओ कोई अपने समान जानो. भगवान महावीर स्वामी के सिद्धांत जियो और जीने दो कोई आत्मसात करो इससे ही विश्व शांति होंगी.
हिंसा से नहीं. पूज्य मुनि श्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी ने भगवान महावीर के जन्मोत्सव की पूर्व संध्या पर प्रत्येक भारतीय से 5 अप्रैल रविवार को रात्रि 9 बजे अपने अपने घरों की लाइट बंद करके अपनी बालकनी, खिड़की या दरबाजे में खडे होकर घर का प्रत्येक सदस्य एक दीपक अवश्य प्रज्ज्वलत करें जिससे यह महामारी शीघ्र ही समाप्त हो. प्रवीण जैन जैनवीर ने बताया की पूज्य मुनि संघ के आदेशानुसार सभी जैन बंधुओ द्वारा अपने अपने घरों में प्रतिदिन श्री भक्तामर जी का पाठ एवं धार्मिक क्रियाओं द्वारा इस महामारी से सम्पूर्ण विश्व को शांति मिले किया जा रहा हैं. आप सभी अपने अपने आराध्य का स्मरण करें.