आम सभा, नई दिल्ली : जबकि पूरा देश एक बड़े लॉकडाउन के बीच है। ऐसे में हीरो इलेक्ट्रिक, भारत के सबसे बड़े इलेक्ट्रिक वाहन ब्रांड ने महामारी के बाद लोगों से अपने स्विच टू इलेक्ट्रिक अभियान के माध्यम से रुस्मार्टमूव लेने का आग्रह किया है। वैश्विक संकट के बीच पर्यावरण में उत्पन्न सकारात्मक गति को बनाए रखने के लिए सही समाधान के रूप में देश को जीरो पॉल्यूशन (प्रदूषण रहित) परिवहन के साथ देश को मजबूत बनाने के अपने प्रयास में, कंपनी इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को भविष्य के रूप में देख रही है।
हीरो इलेक्ट्रिक, सार्वजनिक परिवहन सुविधा के भय से आगामी समय में लॉकडाउन हटने के बाद वाहनों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देख रहा है। कंपनी ने लॉकडाउन के बाद न केवल प्रदूषण स्तर पर ग्रीनहाउस गैसों के जुड़ाव, बल्कि एक और विस्तारित भविष्य के संकट के रूप में लगभग 20 मिलियन दोपहिया और 3 मिलियन चार-पहिया वाहनों की पर्याप्त वृद्धि की आशंका जताई है। वर्ष 2019 में सबसे प्रदूषित देशों की सूची में भारत सबसे ऊपर है, जिसके अनुसार 10 सबसे प्रदूषित हवा वाले शहरों में 5 भारत के हैं। हालांकि ग्रीन पीस इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में कोविड-19 के प्रकोप से निपटने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के पहले 10 दिनों के दौरान प्रदूषण स्तर में 50 प्रतिशत से अधिक की कमी आई। हीरो इलेक्ट्रिक सार्वजनिक स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए स्थायी पर्यावरण की स्थिति बनाए रखने के लिए ’स्विच टू इलेक्ट्रिक मोबिलिटी ’ को प्रोत्साहित कर रहा है।
इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर इंडस्ट्री की एक प्रमुख कंपनी होने के नाते कंपनी का मानना है कि उसके वाहन कोविद -19 के बाद की दुनिया के लिए खासा मददगार होंगे। हार्वर्ड के एक हालिया शोध के अनुसार, प्रदूषण के सूक्ष्म कण पीएम 2.5 की अधिकता और कोविड 19 की उच्च मृत्यु दर में खास संबंध है यानी जो लोग अधिक प्रदूषण भरे माहौल में रहे उनमें कोरोनावायरस से मृत्यु की आशंका अधिक रहती है। इसमें भविष्य के लिहाज से हीरो के इलेक्ट्रिक वाहन भीड़भाड़ वाले सार्वजनिक परिवहन और इंटरनल कंब्यूशन इंजन आंतरिक दहन इंजन ( आई सी ई) वाहनों की जगह एक सही यातायात विकल्प के रूप में काम करेंगे, जो सोशल दिस्टेंसिंगा सुनिश्चित करने और सामूहिक रूप से वायु प्रदूषण से लड़ने का भी कार्य करेंगे।
कंपनी अपने इस अभिनव प्रयास को तेजी से आगे बढ़ा रही है जिसका असर अब दिखने भी लगा है। अब तक कंपनी ने 2.5 लाख ई-बाइक की बिक्री की जिससे 65 मिलियन लीटर से अधिक पेट्रोलियम, 10 मिलियन केजी से अधिक कार्बन डाइऑक्साइड और अन्य ग्रीनहाउस गैसों को उत्सर्जित होने से बचाया। कंपनी यह भी मानती है कि छह सप्ताह का लॉकडाउन वर्तमान पर्यावरणीय परिस्थितियों में एक सकारात्मक बदलाव कर रहा है जिसे पर्यावरण के अनुकूल वाहनों के जरिए भविष्य में आगे बढ़ाया जा सकता है।
हीरो इलेक्ट्रिक इस क्षेत्र में नवाचार करती रहेगी और देश में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी का नेतृत्व करेगी। कंपनी अपनी उत्पादन क्षमता को दोगुना कर रही है और 2020 के अंत तक अपने मौजूदा 600 टच-पॉइंट्स को 800 तक ले जाने की योजना बना रही है जिससे देश के सबसे आंतरिक हिस्सों में भी ब्रांड को सुलभ बनाया जा सके। कंपनी ने अगले तीन वर्षों में अपने इलेक्ट्रिक स्कूटरों की उत्पादन क्षमता को बढ़ाकर 5 लाख यूनिट सालाना करने के लिए एक आक्रामक निवेश योजना बनाई है, जिसमें दूर दराज के क्षेत्रों की कनेक्टिविटी के लिए कम गति वाले स्कूटरों पर ध्यान केंद्रित किया गया है। इसके अलावा हीरो ब्रांड ने ग्राहकों को आकर्षक फाइनेंस के विकल्प और लचीली भुगतान अवधि की पेशकश करने और अपने नकदी प्रवाह का बेहतर प्रबंधन करने और अधिक इलेक्ट्रिक वाहन बेचने के लिए इसे सशक्त बनाने के लिए अग्रणी वित्तीय संस्थानों के साथ भी करार किया है।