आम सभा, विशाल सोनी, चंदेरी : वैश्विक महामारी के कारण रमजान का सफर भी घर पर ही गुजर गया। पर ईंद की खुशी की मिठास बच्चों के लिए तो जैसे मायूसी रही। महिने भर मुस्लिम समाज ने रोज़े रख कर शुक्राने की नमाज भी
हुकूमत के साथ
इबादत भी साथ
सब कुछ होगा
सोशल डिस्टेंस के साथ
अदा की।
आज़ शहर चंदेरी में शासन के साथ मुस्लिम समाज की सहमति के बाद चंदेरी की हर छोटी मस्जिद में चार पांच लोग ने ही ईंद की नमाज अदा की। वैसे चंदेरी के हर मोहल्ले में चार पांच मस्जिदें होने के कारण मोहल्ले के लोग पांच पांच हर मस्जिद में इकट्ठे होकर ईद की नमाज अदा की। ओर सोशल डिस्टेंस का भी पालन किया।
हर छोटी मस्जिद आबाद
इस लाक डाउन में एक विशेषता देखने में आईं कि यहां कि हर मस्जिद इस पाक रमजान के महीने में आबाद हो गई हर मस्जिद में नमाज अदा हुई तो साफ़ सफाई भी हो गई जो कभी नहीं होती थी।हर मस्जिद पाक साफ नजर आ रही है।
हर जगह मुल्क की बेहतरी के लिए दुआ की गई
जितने भी लोगों ने ईद की नमाज पढ़ी उन सबने अपने मुल्क हिन्दोस्तान की बेहतरी के लिए,कोविड 19 से जल्दी छुटकारा पाने के लिए दुआ की गई।
गले नहीं दिल मिलाकर ही मुबारकबाद पेश की
इस मायुसी भरे माहौल में ईंद की जो खुशी होना चाहिए थी ,वह नदारद रही, ख़ासतौर से बच्चों की ईंद की सिवैयां की मिठास हासिल नहीं हुई। घर पर रहकर ही बस तसल्ली कर दे दी।
वहीं इस महामारी के चलते मुस्लिम समाज ने भी सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखा। आज़ के दिन गले ना मिलकर दूर से अपना आदाब अर्ज कर कहा ईद मुबारक आज गले नहीं दिल मिलाने की जरूरत है