DAINIK AAM SABHA,भोपाल।
राजधानी भोपाल के जेपी अस्पताल में अब डाक्टरों को दो बार हाजिरी लगवाना होगी। स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट की फटकार के बाद अस्पताल प्रबंधन ने यह नया फरमान जारी किया गया है। जारी किए गए फरमान के तहत ना सिर्फ डॉक्टरों को दो बार हाजिरी लगाना होगी तो वहीँ बल्कि शाम को यह बताकर जाना होगा कि उन्होंने दिनभर में कितने मरीजों का इलाज किया है। खास बात यह भी है कि हाजिरी अस्पताल के ही कर्मचारी ही लेंगे।
दरअसल, शासन द्वारा ओपीडी का समय सुबह 9 से शाम 4 बजे तक किए जाने के बाद से लगातार मरीजों द्वारा डॉक्टरों के नदारद रहने की शिकायत उच्च अधिकारीयों से की जा रही थी। मरीजों की शिकायत थी कि डॉक्टर देरी से आते थे और समय से पहले चले जाते थे। जब इस बात की जांच की गई तो ओपीडी समय में पांच डॉक्टर ओपीडी समय में नदारद मिले थे, जिसके बाद सिविल सर्जन ने पाँचों डॉक्टर्स को नोटिस थमा दिया।
साथ ही यह निर्देश जारी किया कि रोज दोपहर लंच टाइम के बाद 2.30 बजे एवं शाम को 4 बजे ओपीडी समय खत्म होने के पहले अस्पताल का ही कर्मचारी अटेंडेंस वाला फार्मेट लेकर डॉक्टरों के कैबिन में जाएंगे और वहां मौजूद डॉक्टरों के नाम के सामने साइन करवाएंगे। यदि इस दौरान डॉक्टर नदारद पाए गए तो फार्मेट में अनुपस्थिति भर दी जाएगी। इतना ही नहीं जाने से पहले डॉक्टरों को शाम को 4 बजे सिविल सर्जन के ऑफिस में यह रिपोर्ट जमा करना पड़ेगा कि दिन भर में कितने मरीजों का इलाज व आपरेशन किया हैं।
स्वास्थ मंत्री ने लगाईं थी फटकार
प्राप्त जानकारी के अनुसार मंत्री ने शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने अस्पताल की पूरी व्यवस्था का फीडबैक लिया था और शिकायतों को लेकर सिविल सर्जन समेत अन्य डॉक्टरों फटकार भी लगाईं थी। फटकार के बाद प्रबंधन ने नई व्यवस्था के तहत फार्मेट बनाया है।