आम सभा, विशाल सोनी, चंदेरी : मनवांछित फल प्रदाता अतिशयकारी श्री 1008 श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन पुराना मंदिर जी मै विराजमान संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महा मुनिराज के परम शिष्य पाठशाला प्रणेता पूज्य मुनि श्री निर्णय सागर जी, पूज्य मुनि श्री पदम् सागर जी एवं ऐलक श्री क्षीर सागर जी महाराज ने जैन धर्म के अंतिम तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी की जयंती की उपलक्ष मै अपना भाव पूर्ण संदेश दिया. उक्त आशय की जानकारी देते हुए प्रवीण जैन “जैनवीर ” प्रवीण प्रेस ने बताया कि जैन धर्म के अंतिम तीर्थंकर महावीर स्वामी के जन्म कल्याणक महोत्सव (जयंती) सम्पूर्ण जैन समाज में बड़े ही हर्षोल्लास से अपने निज निवास स्थान पर मनाई जाएगी।
सभी धर्म प्रेमी बंधु सुबह भगवान महावीर स्वामी की आरती, पूजन, करेंगे मध्यान काल में दोपहर में भगवान महावीर स्वामी के प्रेरक सन्देश जीओ और जीने दो को चरितार्थ करने के लिए मन में विशुद्ध भावना बनाएंगे कि दुनिया भर में फैले कोरोना रोग भयंकर रोग से दुनिया को मुक्ति मिले सभी स्वस्थ हों सभी के जीवन में अमन चैन आये और एक बार फिर भगवान राम और महावीर की तरह अहिंसा और शाकाहार को अपने जीवन का अंग बनाते हुए। जीवन सार्थक कर सकें चन्देरी नगर के प्राचीन मंदिर में विराजमान मुनि संघ ने सम्पूर्ण धर्मालु बंधुओ को सन्देश दिया है कि सभी लोग शासन प्रशासन का सहयोग करते हुए घर में ही महावीर जयंती मनाये।
महावीर जयंती की पूर्व संध्या में सभी दीप जला करके जीओ और जीने दो का प्रकाश दुनिया में फैले ऐसी भावना की। स्मरण रहे हमारे भारत देश में हमेशा ही अहिंसा की आराधना होती रही है हमने आज अहिंसा को बना दिया है और लोग चमगादड़ और साँप के मांस खाने में अपना जीवन मान रहे है। उसका एक महा भयानक परिणाम आपके सामने हैं. पूज्य महाराज श्री ने कहा कि आज भी हम जाग जायँ और महावीर जयंती, हनुमान जयंती इस प्रकार मनाये कि हम सब सत्य, अहिंसा की आराधना करके राम, महावीर, हनुमान का जीवन प्राप्त करें. प्रवीण जैन जैनवीर ने बताया कि हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री मोदी जी के आदेशानुसार सभी ने घर घर दीपक जलाकर देश के प्रति अपनी सच्ची श्रद्धा प्रकट की.