भोपाल
लोकसभा चुनाव के छठे चरण में भोपाल के मुकाबले पर हर किसी की निगाहें टिकी हुई हैं। हिंदुत्व और कथित हिंदू टेरर जैसे मुद्दों पर छिड़े चुनावी घमासान के बीच कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने नया दांव खेला है। भोपाल में कंप्यूटर बाबा की अगुआई में दिग्विजय के समर्थन के लिए साधुओं ने धूनी रमाई है। वहीं बीजेपी कैंडिडेट साध्वी प्रज्ञा ने इसको लेकर पलटवार किया है।
दिग्विजय सिंह अपनी पत्नी और कंप्यूटर बाबा के साथ भोपाल में पूजा के लिए पहुंचे, जहां सैकड़ों साधु जुटे हुए थे। बीजेपी साध्वी प्रज्ञा को हिंदू अस्मिता के चेहरे के रूप में प्रचारित कर रही है। ऐसे में कांग्रेस के इस कदम को साध्वी के खिलाफ काउंटर के रूप में देखा जा रहा है। दिग्विजय ने इस दौरान साधुओं की मौजूदगी में अपनी पत्नी के साथ पूजापाठ और हवन किया। यहां साधुओं के लिए धूनी स्थल बनाया गया है, जहां साधु-संत हठयोग समेत तमाम योग मुद्राओं में नजर आए।
‘हजारों संतों का हठयोग’
भोपाल में पूजास्थल पर एक बोर्ड भी लगा हुआ है। इस बोर्ड पर लिखा है- दिग्विजय सिंह की जीत के लिए हजारों संतों का हठयोग। ऐसे में भोपाल के चुनाव में अब पूरी तरह हिंदुत्व का असर दिख रहा है। भोपाल के चुनाव को सभाओं और रैलियों में धर्मयुद्ध की तरह प्रचारित किया जा रहा है। हिंदुत्व को मुद्दा बनाकर चुनावी पासे फेंके जा रहे हैं। चुनावी विश्लेषक संभावना जता रहे थे कि दिग्विजय को हिंदू वोटों का कम समर्थन मिलेगा। जानकार मानते हैं कि प्रज्ञा की चुनौती से निपटने के लिए दिग्विजय ने यहां हिंदू कार्ड खेला है।
तेज गर्मी और चिलचिलाती धूप के बीच साधु अलग-अलग जलते हुए कंडों (गोबर के उपलों) का घेरा बनाकर उनके बीच बैठे। कंप्यूटर बाबा ने कहा, ‘यह हठयोग महत्वपूर्ण होता है, यह साधुओं की कड़ी तपस्या है। साधुओं ने हठयोग करके सिंह की जीत की कामना की है।’ इस दौरान साधुओं ने दिग्विजय सिंह को आशीर्वाद दिया और सिंह ने अपनी पत्नी अमृता सिंह के साथ हवन कुंड में आहुतियां दीं।
कंप्यूटर बाबा ने मीडिया से बातचीत में बीजेपी पर निशाना साधा है। भोपाल में हठयोग के लिए साधुओं के साथ जुटे कंप्यूटर बाबा ने कहा, ‘बीजेपी सरकार पांच साल में राम मंदिर भी नहीं बना पाई। अब राम मंदिर नहीं तो मोदी नहीं।’ बता दें कि कंप्यूटर बाबा को शिवराज सरकार के कार्यकाल में दर्जा प्राप्त मंत्री का ओहदा मिला था।
इस बीच दिग्विजय के समर्थन में धूनी रमाने वाले कंप्यूटर बाबा पर हमला करते हुए साध्वी प्रज्ञा ने हमारे सहयोगी टाइम्स नाउ से बातचीत में कहा, ‘हमने तो 40-50 हजार सुने थे। अब 40 रह गए हों। देखिए ऐसा है कि ये जो भगवा पहने हुए लोग हैं अभी एक रैली हुई थी सभा हुई थी। कंप्यूटर बाबा ने सभा में लोगों को बुलाया। मीडिया वालों ने प्रश्न कर लिए कि भैया कहां से आए हो कहां से आए हो। भगवाधारी थे, उन्होंने कह दिया कि हम तो भीख मांगते थे ये जो खड़े हैं बाबा मंच पर उन्होंने हमें पैसे दिए और कपड़े पहना दिए और बोले चलो सभा में। हम तो ऐसा सोचते हैं कि यह भी भगवा का व्यापार कर रहे हैं। ये मुझे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं है।’
दिग्विजय के समर्थन में 8 मई को भोपाल में एक बड़ी शोभायात्रा भी निकाली जाएगी। इस अभियान की कमान कंप्यूटर बाबा के ही हाथ में है। बताया जा रहा है कि रोड शो की तरह होने वाली इस शोभायात्रा में करीब 7 हजार साधु-संत शिरकत करेंगे। भोपाल सीट पर छठे चरण के तहत 12 मई को मतदान है। भोपाल संसदीय सीट पर वर्ष 1984 के बाद से बीजेपी का कब्जा है। यहां अब तक हुए 16 चुनाव में कांग्रेस को छह बार ही जीत हासिल हुई है। भोपाल संसदीय क्षेत्र में करीब 19.50 लाख मतदाता हैं, जिसमें चार लाख मुस्लिम, साढ़े तीन लाख ब्राह्मण, साढ़े चार लाख पिछड़ा वर्ग, दो लाख कायस्थ और सवा लाख क्षत्रिय वर्ग से हैं।