लखनऊ। लोकसभा चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा के बाद उत्तर प्रदेश में भाजपा और विपक्षी राजनीतिक दलों में ट्विटर वार शुरू हो गई है। जहां समजावादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने ट्विटर पर बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, स्वच्छता अभियान, नोटबंदी और किसानों की आय का मुद्दा उठाते हुए भाजपा सरकार की असफलताएं व कमियां गिनाते हुए महापरिर्वतन की बात की थी।
वहीं बुधवार को अखिलेश के आरोपों का जवाब देते हुए प्रदेश के योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सपा मुखिया अपने घर से बाहर निकले तो गांव के घरों की सच्चाई जानें। मैं सच्चाई बताऊं तो अखिलेश मुंह दिखाने लायक नहीं रहेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कई योजनाओं के आकड़े पेश करते हुए मोदी सरकार की उपलब्धियों को बखान किया और जनता का अगाह किया कि सपा-बसपा को जिताने का मतलब अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारने जैसा है।
मुख्यमंत्री योगी ने अपने व्यक्तिगत ट्विटर एकांउट से ट्वीट करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने घर से बाहर निकले तो गांव के घरों की सच्चाई जानें। मैं सच्चाई बताऊं तो अखिलेश जी मुंह दिखाने लायक नहीं रहेंगे। उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि अखिलेश सरकार के समय प्रदेश में पीएम आवास योजना (शहरी) व ग्रामीण में केवल 83 हजार से ज्यादा आवास नहीं दे पाई थी। जबकि हमारी सरकार ने 23 महीने के कार्यकाल में 23 लाख से अधिक (शहरी) व ग्रामीण गरीबों आवास मुहैया कर चुकी है।
उन्होंने कहा कि गरीब को मकान, शौचालय, बिजली व रसोई गैस कनेक्शन, पांच लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा कवर एवं किसान को 6 हजार रुपए सालाना ‘किसान सम्मान निधि’ जैसे कार्य केवल प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में ही संभव है। स्किल डेवलपमेंट के माध्यम से नौजवानों को रोजगार, भारत को दुनिया की आर्थिक शक्ति के रूप में स्थापित करने का काम, आंतरिक और बाह्य सुरक्षा के साथ साथ जीरो टॉलरेंस की नीति पर विगत पांच वर्षों में देश में बहुत सारे कार्य हुए हैं।
योगी ने कहा कि सपा सरकार ने दो साल में केवल 40 लाख शौचालय बनवाये, हमारी सरकार ने दो साल में 1.71 करोड़ शौचालय बनाए हैं। वह यही नहीं रूके और कहा कि अखिलेश सरकार में किसी भी गरीब परिवार को बिजली कनेक्शन नहीं मिला था, जबकि हमारी सरकार ने कुल 1 करोड़ से अधिक और 74 लाख गरीबों को तो मुफ्त बिजली कनेक्शन उपलब्ध करवाया है। पहले गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1460 रु. था, जिसे पिछले साल प्रधानमंत्री मोदी ने बढ़ाकर 1840 रु. कर दिया है।
उन्होंने कहा कि सपा सरकार में तो किसानों से सीधे न तो धान खरीदा जाता था न ही गेहूं। आलू, दलहन व तिलहन की तो कोई खरीद ही नहीं हो रही थी। हमारी सरकार ने 2017-18 में किसानों से सीधे कुल 90 लाख मिट्रिक टन गेहूं खरीदा।
योगी ने कहा कि 2011 से लेकर 2017 तक किसानों को गन्ना मूल्यों का भुगतान नहीं किया गया था। जबकि हमारी सरकार ने साल 2011-12 से लेकर 2017-18 तक का भी पूरा भुगतान किया है। गन्ना किसानों को 56 हजार करोड़ रुपए का गन्ना मूल्य का भुगतान भाजपा सरकार ने किया है। यानि अखिलेश जी ने अपने पांच साल के कार्यकाल के दौरान इतना गन्ना मूल्य का भुगतान नहीं किया, जितना हमारी सरकार ने मात्र डेढ़ साल में किया है।
प्रदेश की कानून व्यवस्था बेहतर बताते हुए योगी ने कहाकि हमारी सरकार का कार्यकाल दो वर्ष पूर्ण होने जा रहा है, लेकिन अभी तक एक भी दंगा नहीं हुआ। ये जो गुंडे, अपराधी पूर्ववर्ती सरकारों के संरक्षण में बड़े-बड़े अपराध करते थे, आज उनके बारे में हर व्यक्ति जानता है कि वे कहां चले गए।
कुंभ की बाते करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कुंभ का आयोजन सफलता पूर्वक संपन्न होना अपने आप में बड़ी बात है। अखिलेश सराकर ने 2013 के महाकुंभ में अव्यवस्था थी जिसके चलते भगदड़ में लोग मरे थे। जबकि इस बार दोगुने से ज्यादा श्रद्धालु कुंभ में आए।
उन्होंने कहा कि सपा-बसपा को जिताने का मतलब अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारने जैसा है। उत्तर प्रदेश की जनता जागरूक है, जानती है और अब ऐसा कभी नहीं करेगी।