आम सभा, इंदौर। वाहन चोरी की झूठी रिपोर्ट लिखाकर बीमा कंपनी से क्लेम हड़पने वाले आरोपियों को इंदौर पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। इन आरोपियों ने वाहन का रंग व नेम प्लेट बदलकर उसे बेचने का अवैध काम भी किया था। पुलिस ने वाहन बरामद कर लिया है।
क्राइम ब्रांच टीम को सूचना मिली थी कि शंकर वर्मा नामक व्यक्ति ने रंग बदलकर वाहन बेचा है। साथ ही वाहन चोरी की झूठी रिपोर्ट दर्ज कराकर, बीमा कम्पनी से बीमा क्लेम भी हासिल कर लिया है।
इस सूचना की तस्दीक करने पर पता चला कि शंकर वर्मा के पास एक नीले रंग की एक्टिवा MP 09 UD 1651 गाड़ी थी, जिसका रंग बदलकर उसने सफेद कर दिया था । उसने यह एक्टिवा अपने साथी आशीष यादव को बेच दी थी। इस कृत्य के बाद दोनों ने मिलीभगत कर, गाड़ी चोरी की रिपोर्ट थाना परदेशीपुरा में दर्ज करा दी थी। एक्टिवा को चोरी हो जाना बताकर बीमा कम्पनी से बीमाधन प्राप्त कर लिया।
आरोपी आशीष यादव ने एक्टिवा का रंग सफेद करने के बाद और उस पर अन्य वाहन के नम्बर को कॉपी कर फ़र्ज़ी नम्बर प्लेट लगा दी फिर उसे सस्ती कीमत मात्र 12 हज़ार रुपये में गोविंद बाघले को बेच दी थी। वाहन के दस्तावेज कुछ दिन बाद देने का आश्वासन भी दिया था।
इन तीनो आरोपियों को क्राइम ब्रांच की टीम द्वारा पकड़कर थाना परदेशीपुरा के सुपुर्द किया गया है। साथ ही वाहन बरामद कर लिया गया है। चोरी का वाहन क्रय-विक्रय करने, वाहन का रंग तथा नम्बर प्लेट बदलकर कूटरचना करने एवं झूठी एफआईआर लिखाकर बीमा कम्पनी से क्लेम के माध्यम से अनुचित बीमाधन प्राप्त कर धोखधड़ी करने आदि आरोपों के आधार पर इन आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जा रही है।