सीतामढ़ी:
बिहार के सीतामढ़ी में 82 वर्षीय बुजुर्ग की भीड़ द्वारा हत्या (मॉब लिंचिंग) के 3 सप्ताह बाद भी अभी तक आरोपी पकड़ से बाहर हैं. पुलिस का कहना है कि अभी उनका पूरा ध्यान छठ के त्योहार पर है. एक बार छठ शांतिपूर्वक बीत जाए तब इस मामले में जांच आगे बढ़ाई जाएगी. आपको बता दें कि बिहार के सीतामढ़ी में तीन हफ्ते पहले हुई हिंसा में उन्मादी भीड़ ने पहले बुजुर्ग जैनुल अंसारी का गला रेता और उसके बाद चौक पर जिंदा जला दिया था. परिवार को इस घटना का पता तीन दिन बाद चल पाया. दरअसल, हिंसा के दौरान सीतामढ़ी में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी, लेकिन हत्या के तीन दिन बाद जब एक घंटे के लिए इंटरनेट सेवा बहाल की गई तब जैनुल अंसारी के परिजनों को एक वायरल फोटो मिला, जो उनकी हत्या का था.
सीतामढ़ी के एसपी विकाश बर्मन ने कहा कि इस मामले में छठ पूजा के बाद कार्रवाई की जाएगी. अभी पुलिस का पूरा ध्यान बगैर किसी बाधा के शांतिपूर्वक तरीके से छठ संपन्न कराने पर है. एसपी ने कहा कि अभी तक कुल 38 लोग पकड़े गए हैं, लेकिन उनका संबंध हिंसा से है न कि जैनुल अंसारी की हत्या से. दूसरी तरफ, जैनुल अंसारी के परिजनों का कहना है कि उन्होंने पुलिस को एक आरोपी की फोटो भी दी है, लेकिन अभी तक उसकी पहचान नहीं हो पाई है. इस पूरे मामले में कहा यह भी जा रहा है कि प्रशासन के दबाव की वजह से जैनुल अंसारी के परिजनों को उनका शव पैतृक गांव से 75 किलोमीटर दूर मुज़फ़्फ़रपुर में दफ़नाना पड़ा.